भारतीय कप्तान कोहली की विराट सेना इन दिनों इंग्लैण्ड दौरे पर है. जहां पर टीम इंडिया ने शानदार आगाज करते हुए अपना विजयी शंखनाद किया है. सबसे पहले खेली गयी तीन मैचो की टी-20 सीरीज में 2-1 से कब्ज़ा किया. उसके बाद शुरू हुई तीन मैचो की वन-डे सीरीज में पहला मैच कोहली की सेना ने एकतरफा अंदाज में अंग्रेजो को हराया.
ऐसे में भारतीय तिरंगे के विदेशी सरजमीं पर लहराने के पीछे का कारण दो कलाई के जादूगर है. इन्होने जबसे टीम इंडिया के लिए खेलना शुरू किया है तबसे विश्व क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाजो के जहन में अपने नाम का डर पैदा कर दिया है. पहले साल की शुरुआत में साउथ अफ्रीका के बल्लेबाजों ने इन दोनों के आगे घुटने टेक दिए थे. उसके बाद खतरनाक फॉर्म में चल रही इंग्लैण्ड की टीम के भी धाकड़ बल्लेबाज इनके आगे नतमस्तक हो गये. अब शायद आप समझ गये होंगे की हम कुलदीप यादव और यजुवेंद्र चहल की बात कर रहे है. जिनको अंग्रेज़ बल्लेबाज बिल्कुल भी नहीं पढ़ पा रहे है.
होमवर्क हुआ बेकार
हालांकि कुलदीप और चहल को पढने के लिए अंग्रेजो ने होमवर्क भी बहुत किया. जिसके चलते उन्होंने मर्लिन नाम की मशीन मंगवाई थी. जो स्पिन गेंदबाजी के सारे वैरियेशन से बल्लेबाजो को प्रेक्टिस करवाती है. मगर इसके बावजूद भी अंग्रेज़ कुलदीप से पार नहीं पा सके. जिसके पीछे की वजह हाथ से गेंद ना पढना और खेलते समय गेंद की टर्न होने का इंतज़ार करना. इस कारण अंग्रेज़ बल्लेबाज कल के मैच में कुछ समझ नहीं पाये और एक के बाद एक ताश के पत्ते की तरह कुलदीप के सामने बिखर गये.
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टप्पे पर खेल बच सकते है अंग्रेज़
ऐसे में एक और रास्ता है. जिसे शायद अगले मैच में अंग्रेज़ बल्लेबाज अपना कर कुलदीप और चहल के कहर से बच सकते है. जी हाँ अगर आप गेंद को स्पिनर के हाथ से नहीं पढना जानते तो उसकी गेंद के टप्पे (यानी की टीप) पर ध्यान देना होगा की गेंद पिच में कहाँ पर गिर रही है. जिसके बाद बल्लेबाज को अपने पैरो के मूमेंट की साहयता से बड़ी होशियारी से टप्पे पर गिरते ही गेंदबाज की स्पिन को खत्म कर देना होगा. इस तरह गेंद को टर्न लेने के लिए समय नहीं मिलेगा और वेरिएशन भी खत्म हो जायेगा. इस तरह हो सकता है की अगले मैच में अंग्रेज़ बल्लेबाज इस हथियार को अपनाकर कुलदीप और चहल ओ टप्पे खेलते नजर आये.