इस बार हलियाँ इंगलैंड दौरा भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के लिए कुछ ख़ास नहीं रहा. जहां पर इनका बल्ला इतनी धीमी गति से चला की उन्हें लोगो की आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा. उसके बाद अंतिम वन-डे में जिस तरह से धोनी ने अंपायर से गेंद ली उससे भी ये बात आई थी कि आखिर हार के बाद धोनी ने ऐसा क्यों किया?

इसके कुछ दिन बाद ही रवि शास्त्री ने मीडिया के सामने आकर इस बात की पुष्टी कि धोनी अभी संन्यास के मूड में नहीं हैं. उनके बल्ले की धार अभी कम नहीं हुई है और गेंद लेने की वजह से आलोचक ये कहते दिख रहे हैं कि धोनी को अब क्रिकेट जगत को अलविदा कह देना चाहिए.
इसके बाद कोच की बात को सही ठहराते हुए टीम इंडिया के पूर्व चीफ सलेक्टर और दिग्गज संदीप पाटिल ने कहा है कि धोनी अभी क्रिकेट से संन्यास लेने नहीं जा रहे और 2019 में वो भारत के प्रमुख विकेटकीपर होंगे.
लगातार धोनी के संन्यास की खबरों के बीच संदीप पाटिल ने एक मीडिया हाउस के सामने पूरी स्थिती स्पष्ट करते हुए कहा है कि ‘खिलाड़ियों के पूरे क्रिकेटिंग करियर में सबसे दिलचस्प चीज़ होती है उनके संन्यास को लेकर चल रही खबरें. जिनका सबसे ताज़ शिकार हैं एमएस धोनी.’
संदीप पाटिल ने कहा, ‘मैं पिछले 14 सालों से धोनी को बेहद करीब से जानता हूं और खासकर तब से जब उसने अपने करियर की शुरूआत की थी. मैंने उनके साथ बतौर इंडिया ए कोच और चीफ सलेक्टर काम किया है, वो मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैं. मैं उनके सभी फैंस को आश्वस्त करना चाहता हूं कि धोनी अभी संन्यास नहीं लेने जा रहे.’

टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके धोनी शॉर्टर फॉर्मेट में आज भी वर्ल्ड क्रिकेट के बेहतरीन विकेटकीपर्स में से एक हैं. लेकिन पिछले कुछ समय से शॉर्टर फॉर्मेट में भी उन्हें टीम इंडिया के कई विकेटकीपर्स ने चुनौती दी है. जिनमें अनुभवी दिनेश कार्तिक और युवा विकेटकीपर ऋषभ पंत शामिल हैं.
ये दोनों ही विकेटकीपर इन दिनों अपने बल्ले से कमाल दिखा रहे हैं लेकिन विश्वकप जैसे बड़े टूर्नामेंट के लिए अभी ऋषभ पंत पर दांव लगना बहुत बड़ा फैसला हो सकता है.
संदीप पाटिल ने आगे कहा, ‘हो सकता है कुछ लोग अगल साल विश्वकप के लिए धोनी को पहली पसंद बताने वाली मेरी बात से सहमत नहीं हों, लेकिन इसके पीछे कारण ये है कि धोनी आज भी विकेटों के पीछे लाजवाब हैं जो कि उनकी मैच फिनिशिंग कला से ज्यागा महत्वपूर्ण है. पिछले कई सालों से धोनी भारत के सर्वश्रेष्ट विकेटकीपर हैं और आज भी जब वो मैदान पर उतरते हैं तो उन्हें देखकर ऐसा ही लगता है.’
और पढ़िए:- आकाश चोपड़ा ने इस खूबसूरत भारतीय लड़की से राशिद खान की कराई बात
इसके साथ ही पाटिल ने कहा, ‘सिर्फ सहवाग को छोड़कर जितने भी महान खिलाड़ी 10 या उससे ज्यादा सालों तक भारत के लिए खेले उन्होंने अपनी बल्लेबाज़ी या गेंदबाज़ी में कुछ बदलाव किए जिससे कि वो टीम में एडजस्ट हो सकें. और हमने उन खिलाड़ियों को स्विकार भी किया फिर धोनी के साथ ऐसा क्यों नहीं है? धोनी इस देश के लिए सर्वश्रेष्ठ मैच फिनिशर से ज्यादा एक बेहतरीन विकेटकीपर हैं?’