पाकिस्तान क्रिकेट जिसकी छवि एक समय मैच फिक्सिंग को लेकर काफी धूमिल हो गयी थी. पाकिस्तान के कई ऐसे खिलाड़ियों के नाम आते रहते थे जिनका मैच फिक्सिंग में हाथ होता था. इस तरह के खिलाड़ियों के चलते पाक बोर्ड पर भी काफी सवालियां निशान खड़े हो जाते थे. मगर अब दिन बदल गये है. पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान सफराज अहमद को जब फिक्सिंग करने का मौका आया तो उन्होंने मना कर दिया. इतना ही नहीं फिक्सिंग करने वाले का नाम भी बोर्ड को सबके सामने बता दिया. जिसके बाद से इरफान अंसारी नाम के इस शख्स पर आईसीसी की भ्रष्टाचार विरोधी इकाई का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है.
सरफराज ने किया फिक्सिंग से मना
दरअसल मामला था, 2017 में श्रीलंका के खिलाफ यूएई में खेली जा रही सीरीज के एक मैच मे अंसारी ने पकिस्तान के कप्तान सरफराज से स्पॉट-फिक्सिंग के लिए संपर्क किया था. जिसकी जानकारी खुद सरफराज ने पाक क्रिकेट बोर्ड को दी. जिसमे जांच के बाद मामले को गंभीर देखते हुए पूरी रिपोर्ट आईसीसी को दे दी गयी.
इरफ़ान अंसारी हुआ बेनकाब
सरफराज से फिक्सिंग करने वाला ये शख्स क्रिकेट प्रबंधक और शारजाह क्रिकेट स्टेडियम का पूर्व कर्मचारी इरफ़ान अंसारी है. इरफ़ान पर उसकी इस भद्दी हरकत के लिए आईसीसी ने तीन मामलों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है. जिसमें किसी प्रतिभागी से और विफलता या एसीयू की जांच के साथ सहयोग करने से इनकार करने के लिए सीधे संपर्क करना, प्रेरित करना, लुभाना या प्रोत्साहित करना शामिल है.
अंसारी को 2017 में ही पिछले साल इस खबर के बाद तत्काल प्रभाव के चलते अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है और उन्हें 19 मई से 14 दिन तक उन पर लगाए गए आरोपों का जवाब देना होगा.