भारतीय टीम की लाल गेंद से इंग्लैण्ड के खिलाफ जंग शुरू होने से पहले ही एक बखेड़ा खड़ा हो गया है. टीम इंडिया जब मंगलवार को अभ्यास के लिए मैदान में पहुंची तो पिच और मैदान की परिस्थति को देखकर भड़क गई. इसके बाद टीम मैनेजमेंट की शिकायत के बाद इस मैच को चार दिन की जगह तीन दिन का कर दिया गया है. टीम इंडिया को एक अगस्त से इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरुआत करनी है. इससे पहले तैयारी करने के लिए टीम के पास एकमात्र यही अभ्यास मैच है.
भारतीय टीम प्रबंधन ने यह फैसला मंगलवार दोपहर को अभ्यास सत्र के दौरान पिच देखने के बाद लिया. हालांकि इस विषय में कोई भी अधिकारिक बयान नहीं आया है कि क्यों मैच को तीन दिन का कर दिया गया है, लेकिन हरी घास से भरी पिच और बंजर आउटफील्ड को देखने के बाद भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री को स्थानीय अधिकारियों से बात करते हुए देखा गया. बंजर( उबड़-खाबड़) आउटफील्ड से क्षेत्ररक्षण के दौरान खिलाडि़यों के चोटिल होने का ज्यादा डर है. वहीं सहायक कोच संजय बांगड़ और गेंदबाजी कोच भरत अरुण को मैदानी स्टाफ से बात करते हुए देखा गया.
जिसके चलते मैदान स्टाफ के एक वरिष्ठ सदस्य ने बताया कि भारतीय टीम प्रबंधन के सभी निवेदनों को मान लिया गया है. उन्होंने कहा कि अगर घास को हटाने की जरूरत होगी तो उसको हटा दिया जाएगा. हम भारतीय टीम प्रबंधन की हर मांग को मानने के लिए तैयार हैं, लेकिन हम निराश भी हैं क्योंकि चौथे दिन की टिकट हमने बेच दी हैं.
जिसके बाद अब भारत हरी घास वाले विकेट, साथ ही बंजर मैदान पर एसेक्स के खिलाफ अनाधिकृत प्रथम श्रेणी मुकाबले में खेलेगा. यहां हालांकि एसेक्स की ओर से इंग्लैंड के बल्लेबाज एलिस्टेयर कुक नहीं खेलेंगे. ऐसे में यह विश्व की नंबर एक टेस्ट टीम के खिलाफ इंग्लैंड की तैयारियों पर सवाल खड़ा करता है. विकेट और मैदान की स्थिति पहले टेस्ट मैच से बिल्कुल अलग है. ऐसे में देखना होगा कि अगले तीन दिन भारतीय टीम के लिए कैसे गुजरते हैं. उम्मीद है की और कोई खिलाड़ी इस अनाधिकृत मैच में चोटिल ना हो.