भारतीय टीम इन दिनों इंग्लैण्ड दौरे पर है. जहाँ पर टी-20 सीरीज अपने नाम करने के बाद वंड-डे में भी जीत का क्रम जारी है. इसी बीच एक पूर्व भारतीय खिलाड़ी ने आज सन्यास की घोषणा कर दी है. जिसने आज से 16 साल पहले 2002 में इंग्लैण्ड की नेट वेस्ट सीरीज में धमाल मचाया था.
जी हाँ भारतीय टीम को फील्डिंग के लिए प्रेरित करने वाले और मध्यक्रम के प्रमुख बल्लेबाज जाने वाले मोहम्मद कैफ ने इंग्लैंड के खिलाफ नेटवेस्ट ट्रॉफी के फाइनल में युवराज सिंह के साथ मिलकर छठे विकेट के लिए 121 रनों की पार्टनरशिप की थी और टीम इंडिया को मैच और सीरीज दोनों जिताए थे.
July 13, 2002 – #TeamIndia won the NatWest series final #ThisDayThatYear @MohammadKaif @ImZaheer @YUVSTRONG12 @SGanguly99. That epic moment – Etched forever!pic.twitter.com/jKeFXEmCgk
— BCCI (@BCCI) July 13, 2018
16 साल बाद आज ही उन्होंने प्रतिस्पर्धी क्रिकेट से संन्यास का एेलान कर दिया. मोहम्मद कैफ ने भारत के लिए आखिरी मैच करीब 12 साल पहले खेला था.
37 साल के कैफ ने 13 टेस्ट, 125 वनडे खेले थे और उन्हें लॉडर्स पर 2002 में नेटवेस्ट ट्रॉफी फाइनल में 87 रन की मैच जिताने वाली पारी के लिए जाना जाता है.
When I started playing Cricket,the dream was to play in the India Cap one day.Have been very fortunate to step on to the field & represent my country on 190 days of my life. Today is an apt day for me to announce my retirement from all competetive Cricket. Thank you everyone 🙏🏼 pic.twitter.com/HzKZDWgXBo
— Mohammad Kaif (@MohammadKaif) July 13, 2018
कैफ ने बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सी के खन्ना और कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी को ईमेल भेजकर लिखा, ‘मैं आज सभी तरह के प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास ले रहा हूं.’
उन्होंने लिखा, ‘नेटवेस्ट ट्रॉफी में मिली जीत को 16 साल हो गए हैं और आज मैं संन्यास ले रहा हूं. मैं भारत के लिए खेलने का मौका दिए जाने के लिए बोर्ड का शुक्रगुजार हूं.’
वह विश्व कप 2003 में फाइनल खेलने वाली भारतीय टीम का भी हिस्सा थे. युवराज सिंह के साथ वह अंडर-19 क्रिकेट से चमके थे. उत्तर प्रदेश के लिए रणजी ट्रॉफी जीतने वाले कैफ ने आखिरी प्रथम श्रेणी मैच छत्तीसगढ़ के लिए खेला था.