आईपीएल 2018
केकेआर के कप्तान को हार से ना बचा पाता कोई भी नियम फिर चाहे वो डीएल हो या वीजेडी, जानिये कैसे
By Shubham - Apr 22, 2018 2:48 pm
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आईपीएल 11 में कोलकाता नाईट राइडर्स(केकेआर)  की शुरुआत शानदार रही थी, लेकिन जैसे ही शनिवार को उन्हें पंजाब के हाथो हार झेलनी पड़ी उसके बाद उन्होंने नियमो पर सवाल उठाना खड़े कर दिए. केकआर ने शनिवार को पंजाब के खिलाफ पहले बलेबाजी करते हुए 191 रन बनाये. जिसके बाद पंजाब ने धमाकेदार शुरुआत की और वर्षा बाधित मैच को आसानी से जीत लिया. अब मैच में बारिश होने के कारण केकेआर के कप्तान दिनेश कार्तिक ने आईसीसी के द्वारा बनाये गये डकवर्थ लुईस के नियम को आईपीएल से हटा कर जयदेवन(वीजेडी) नियम को लाने की अपील करी.  

कार्तिक ने की नियम बदलने की अपील

दिनेश कार्तिक ने मैच के बाद डीएल नियम पर सवाल उठाते हुए कहा, “जब बारिश के बाद मैच शुरू हुआ तो पंजाब को जो टार्गेट मिला, उसके मुताबिक उन्हें औसतन एक बॉल पर एक रन बनाना था. इससे हम सब सरप्राइज थे. मैं मानता हूं कि हम सभी अब तक डकवर्थ नियमों को समझ नहीं पाए हैं. ये हम सबको कहीं न कहीं इरिटेट करता है. बारिश के बाद पंजाब को जो एक ओवर में औसतन 8 रन बनाने का लक्ष्य मिलना था, लेकिन ऐसा नहीं है.”

आईपीएल आईसीसी के नियमों के अंतर्गत खेला जाता है, इसलिए इसमें डकवर्थ लुईस नियम लागू होता है, लेकिन कार्तिक का मानना है कि बीसीसीआई को जयदेवन मेथड का इस्तेमाल करना चाहिए. कार्तिक ने कहा, मेरा हमेशा मानना है कि वीजेडी मेथड इंडियन मेथड है. आईपीएल भारत का घरेलू टूर्नामेंट है, इसलिए इसका इस्तेमाल यहां होना चाहिए.

अगर डीएल की जगह जयदेवन नियम होता तो क्या होता

केकेआर ने पंजाब को 192 रनों का लक्ष्य दिया जिसके जवाब में पंजाब ने धुआंदार शुरुआत करते हुए बारिश से पहले बिना विकट खोये 8.2 ओवर में 96 रन बना लिए थे. इसके बाद मैच बारिश के कारण रोकना पड़ा था.

इसके ठीक डेढ़ घंटे बाद जब मैच दोबारा शुरू हुआ तब किंग्स इलेवन पंजाब को जीत के लिए 29 गेंदों में महज २८ रनों की जरूरत थी. डीएल नियम के तहत 13 ओवर में 125 रनों का लक्ष्य दिया गया था. जिसमे पंजाब की टीम 96 रन पहले ही बना चुकी थी.

इस तरह आगे हम इस मैच को जयदेवन नियम के तहत भी देखतें तो केकेआर को कोई फायदा नहीं होने वाला था. डीएल और जयदेवन दोनों नियमों से मैच पर कोई ख़ास असर नहीं पड़ता. जयदेवन नियम के तहत भी पंजाब को ठीक 125 रन ही बनाने पड़ते 13 ओवर में तो इस लिहाज से कार्तिक के लिए ये नियम भी कारगर साबित नहीं होता.

कैसे काम करता है जयदेवन और डकवर्थ  नियम

ये दोनों नियम इन तीन प्रमुख बिन्दुओ पर काम करते है:-

  1. खेल रुकने से पहले कितने ओवर हो चुके है.
  2. खेल रोकने से पहले पीछा करती हुई टीम के पास कितने विकेट बचे हुए है.
  3. खेल रुकने के समय किस तरह की स्थिति मैच में बनी हुई है

तो इस तरह से इन तीनो बिन्दुओ पर अगर गौर किया जाये तो खेल में पूरी तरह से पंजाब बनी हुई थी, क्योंकि खेल रुकने के समय एक भी विकट नहीं गिरा था. दूसरा पंजाब ने तूफानी अंदाज में शुरुआत करते पहले आठ ओवर में ही बिना विकट खोये 96 रन बना लिए थे. तो इस लिहाज से डीएल की जगह पर केकेआर को जयदेवन नियम भी ना बचा पाता.