आईपीएल-11 की शुरुआत के ही एक-दो माह पहले खिलाड़ियों की कितने पैसे मिलेंगे इसका पता हमे नीलामी के दौरान लग जाता है. मगर ऐसे में नीलामी में खिलाड़ियों को खरीदने वाले टीम के कर्ताधर्ता( यानी की मेंटोर) या कोच को कितने पैसे मिले इसका पता आसानी से नहीं चल पाता है.
ऐसे में जहां एक तरफ प्रथम श्रेणी खेले हुए खिलाड़ी आईपीएल में अच्छी खासी मोटी रकम पा कर रातो-रात करोड़पति बन जाते है. ठीक वैसे ही क्रिकेट से संन्यास ले चुके खिलाड़ी भी आईपीएल में अच्छी खासी रकम पा जाते है. जिसके चलते उन खिलाड़ियों का नाम भी टीम के साथ सुर्खियों में आ जाता है. आज हम आपको ऐसे ही दिग्गज खिलाड़ियों के बारे में बतायेंगे जो आईपीएल में अपनी-अपनी टीम के कोच थे. ऐसे में पूरे सीजन बतौर मेंटोर उन्हें कितनी कामाई हुई. इसके बारे में भी आपको अवगत करायेंगे.
#1. स्टीफन फ्लेमिंग

न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान आईपीएल चैम्पियन चेन्नई सुपर किंग्स के कोच थे. उन्होंने शानदार काम करते हुए अपनी टीम को आईपीएल खिताब भी जीतवाया. फ्लेमिंग चेन्नई के साथ काफी लम्बे समय से जुड़े हुए है. चेन्नई के कप्तान धोनी ने अपनी जीत का श्रेय कोच फ्लेमिंग की रणनीतियों को भी दिया है. ऐसे में अगर इस सीजन फ्लेमिंग की कमाई की बात की जाए तो इस साल चेन्नई के इस मेंटोर ने 3.7 करोड़ रुपये की कमाई की मात्र दो महीने में की है.
#2. वीवीएस लक्ष्मण

भारत के पूर्व तकनीकी से भरपूर बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण पिछल्ले एक दशक से अपनी टीम हैदराबाद से जुड़े हुए है. फिर चाहे पहले वो खिलाड़ी के रूप में हो और बाद में एक सफल मेंटोर के रूप में. लक्ष्मण की टीम सनराईजर्स हैदराबाद ने इस साल शानदार खेल दिखाया. जिसके दम पर उनकी टीम फाइनल मैच में रनरअप रही. लक्ष्मण ने अपनी शानदार मेंटोर शिप से इस सीजन में दो करोड़ रुपये कमाए.