इंडियन प्रीमीयर लीग यानी की आईपीएल के 11 वें सीजन मे दो साल के फिक्सिंग बैन के बाद वापसी करने वाली चेन्नई सुपर किंग्स ने धमाल मचा डाला. पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम चेन्नई ने तीसरी बात ख़िताब जीता. जिसमे उनकी टीम में एक ऐसा लकी खिलाड़ी था जो तीसरी बार लगातार ख़िताब जीतने वाली टीम का हिस्सा था. 2016 में सनराईजर्स हैदराबाद, 2017 में मुंबई इंडियंस और फिर 2018 में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम का हिस्सा रहे लेग स्पिनर कर्ण शर्मा ने धोनी को लेकर एक खुलासा किया है. कर्ण ने बताया की किस तरह धोनी गेंदबाजों को उनके मन के करने की छूट देते है. जिसके चलते हम अपना शतप्रतिशत टीम को दे पाते है.
फाइनल मैच में सबसे बड़ी मछली फँसायी थी कर्ण ने
गौरतलब हो की कर्ण शर्मा आईपीएल-11 के सभी मैच नहीं खेले. कुछ मैच खेले तो कुछ मैच बैठे. इस तरह ही उनका सीजन जा रहा था. ऐसे में अचानक से धोनी ने कर्ण को आईपीएल-11 के फाइनल मुकाबले में अनुभवी हरभजन सिंह की जगह मौका दिया. जिसके बाद जब एक समय हैदराबाद की टीम थोड़ी मजबूत स्थिति में नज़र आ रही थी तभी कर्ण ने हैदराबाद की सबसे बड़ी मछली उनके कप्तान केन विलियम्सन को बड़ी चालाकी से अपने जाल में फंसाया. कर्ण ने चाकी से बाहर गेंद डाली और केन धोनी की तेज़ स्टंपिंग से आउट हो गये. इस तरह मैच कही न कही चेन्नई के पाले में घूमता नजर आया. कर्ण ने अपनी सफलता के पीछे धोनी का हाथ बताया है. कर्ण ने कहा धोनी हमे पूरी छूट देते है खुलकर गेंदबाजी करने की. जिसके चलते हम निडर होकर बल्ल्लेबाज पर हावी होने की कोशिश करते है.

कर्ण ने सपोर्टस्टार इंडिया को दिए इंटरव्यू में इस विकेट के बारे में बताते हुए कहा, “ आईपीएल के फाईनल मैच में भी धोनी ने मुझे पूरी तरह से छूट दे रखी थी. उन्होंने कहा आप जैसी चाहो फील्ड लगा सकते हो. मैंने फिर अपने अनुसार केन को फंसाने का पूरा प्लान बनाया. जिसमे मैं कामयाब हुआ. मगर जब आप अपने प्लान पर फेल होते है तब धोनी आकर आपको अपना प्लान बताते है.”
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इस तरह धोनी की कप्तानी में मिलने वाली यही आज़ादी आपको टीम का बड़ा खिलाड़ी बनाकर सामने लाती है. जिसके चलते में अपनी टीम के लिए एक महत्वपूर्ण विकेट निकाल सका.
इसके बाद जब कर्ण से उनके आगे के प्लान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “ अब में अगले डोमेस्टिक सीजन की तैयारी करूंगा. अच्छा करना और जीतना वाकई आपको एक विश्वास देता है की आप एक विजेता टीम के खिलाड़ी है. आप आगे भी और अच्छा कर सकते है. बस इसी विश्वास के साथ में आगे बढूँगा और टीम इंडिया में जगह बनाने की कोशिश करूंगा. “