
चेन्नई सुपर किंग्स की टीम में कई उम्रदराज खिलाड़ी थे और आईपीएल शुरु होने से पहले उनकी टीम को बुढ़े शेरों की संज्ञा दी गई थी। इन सबके बावजूद टीम आईपीएल- 11 की चैंपियन बनने में सफल रही और उसके कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भी मैत के बाद अपनी इस सीजन के अनुभव को साक्षा किया। गौरतलब है कि चेन्नई ने सनराइजर्स हैदराबाद को 8 विकेट से हराकर तीसरी बार आईपीएल खिताब जीता। सनराइजर्स ने पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर 6 विकेट पर 178 रन बनाए थे। चेन्नई शेन वॉटसन के नाबाद 117 की मदद से 2 विकेट पर 181 रन बनाकर चैंपियन बना।
धोनी ने 7-7-7 संयोग का भी किया जिक्र
कप्तान धोनी ने मैच के बाद 7-7-7 के संयोग का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यह अब काफी लोग रेकॉर्ड की बात करेंगे। आज तारीख 27 है, मेरी जर्सी नंबर 7 है और यह हमारा 7वां IPL फाइनल है। वहीं, दूसरी ओर टीम में अधिक उम्र के खिलाड़ियों की मौजूदगी के बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि उम्र केवल नंबर है, लेकिन खिलाड़ी का पूरी तरह फिट होना जरूरी है। धोनी ने कहा, ‘हम उम्र के बारे में बात करते हैं, लेकिन फिटनेस अधिक महत्वपूर्ण है। रायडू 33 साल का है, लेकिन यह वास्तव में मायने नहीं रखती। अगर आप किसी भी कप्तान से पूछोगे तो वे ऐसा खिलाड़ी चाहते हैं जो फुर्तीला हो।’
हमें हमारी कमजोरियों का पता था – धोनी
उन्होंने कहा, ‘हम अपनी कमजोरियों से वाकिफ थे। अगर वॉटसन डाइव लगाने की कोशिश करते, तो वह चोटिल हो सकते थे इसलिए हमने उसे ऐसा नहीं करने के लिए कहा। उम्र केवल नंबर है, लेकिन आपको पूरी तरह फिट होना चाहिए।’ धोनी ने कहा, ‘जब आप फाइनल में पहुंचते हो, तो हर कोई अपनी भूमिका जानता है। जब आप क्षेत्ररक्षण करते हो, तो आपको अपनी रणनीति के अनुसार सामंजस्य बिठाना पड़ता है। हमारे बल्लेबाज अपनी शैली से परिचित हैं। अगर किसी को यह मुश्किल लगती तो अगले बल्लेबाज के लिए भी आसान नहीं होता।’
‘हैदराबाद के पास उम्दा गेंदबाद, लेकिन हमें बल्लेबाजी में था यकीन’
एमएस धोनी ने कहा, ‘हमें पता था कि उनकी टीम में भुवनेश्वर कुमार और राशिद खान दो अच्छे गेंदबाज हैं, जो हम पर दबाव बना सकते हैं। इसलिए मैं मानता हूं कि हमारी बल्लेबाजी बहुत अच्छी रही। लेकिन हमें विश्वास था कि बीच के ओवरों में हम अच्छे रन जुटा सकते हैं।’ धोनी से पूछा गया कि उनकी सर्वश्रेष्ठ जीत कौन सी रही उन्होंने कहा, ‘प्रत्येक जीत महत्वपूर्ण होती है इसलिए एक जीत को चुनना मुश्किल है।’