भारतीय शेर अगले महीने यानी अगस्त माह की पहली तारीख से इंग्लैण्ड के खिलाफ लाल गेंद के खेल का श्रीगणेश करने जा रहे है. ऐसे में इस बार शुरू से सबकी निगाहें भारतीय कप्तान विराट कोहली पर फोकस है. जिसके पीछे का कारण पिछली बार 2014 में अंग्रेजो की जमीन पर कोहली का चारो खाने चित्त होकर समर्पण कर देना था. इंग्लिश टीम के गेंदबाजों ने भारत के इस उभरते हुए बल्लेबाज की कमजोरी उजागर करके रख दी थी. विश्व क्रिकेट में इस बात का डंका बज गया था की विराट कोहली आउट साइड ऑफ़ स्टंप की गेंद को नहीं खेल पाते है. जिस बात को हुए अब 4 साल बीत गये है. ऐसे में एक बार फिर से इंग्लिश गेंदबाज कोहली के उसी घाव को ताज़ा करना चाहेंगे.
जी हाँ जब भी भारत किसी विरोधी टीम के खिलाफ मैदान में उतरता है तो उस टीम का एक ही लक्ष्य होता है किसी तरह विराट कोहली को जल्दी आउट किया जाए. वरना अगर कोहली 22 गज की पट्टी में खड़ा है तो मैच जीता कर ही वापस जायेगा. वो ऐसा योद्धा है जिसे हार कतई पसंद नहीं है.
इसी कड़ी में पांच टेस्ट मैचो की लंबी सीरीज से पहले इंगलैंड के अनुभवी तेज़ गेंदबाज जेम्स एन्डरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड ने पूरी तरह से कोहली को फ़साने के लिए जाल बिछा लिया है. दोनों गेंदबाजों का मानना है की कोहली को शुरू में ही हम जल्दी आउट कर वापस पवेलियन भेजने की कोशिश करेंगे. एक बार हम फिर से उनके खिलाफ नयी रणनीति से उनपर प्रहार करेंगे.
इन दोनों की तैयारियों से साफ़ है की एक बार फिर से वो कोहली के पुराने जख्मो पर नमक छिडकेंगे. विराट के क्रीज पर आते ही वो उन्हें आउट साइड ऑफ स्टंप पर फ़साने की कोशिश करेंगे. हालांकि इन चार सालों में कोहली ने दुनिया के हर कोने में जाकर अपने बल्ले से शोर मचाया है. जिससे अब वो और घातक बल्लेबाज बन गये है. इन सबके बावजूद भी कप्तान कोहली को काफी समझदारी के साथ शॉट्स खेलने होंगे क्योंकि भारतीय टेस्ट टीम की बल्लेबाजी उनके इर्द गिर्द ही घुमती है.
कोहली की ताकत ही बनती है इंग्लैण्ड में कमजोरी
कोहली को आउट साइड ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंदों पर कवर ड्राइव मारना बहुत रास आता है. उनका सबसे ताकतवर शॉट्स भी यही है. मगर इंग्लैण्ड में यही उनकी कमजोरी बन जाती है. जिसके कारण बार-बार वो बाहर जाती गेंदों का शिकार बन जाते है. इसकी वजह पूर्व दिग्गज क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो में एक विडियो शेयर करते हुए बताया है. मांजेरकर ने विडियो में बताया की कोहली क्रॉस बल्ले से ज्यादातर कवर ड्राइव खेलते है. जिसके कारण गेंद के बल्ले का किनारा लेने का ज्यादा मौका बनता है. ऐसे में अगर उन्हें इंग्लैण्ड में अपनी ताकत पर विजय पाना है तो बल्ले को थोडा सा आड़ा ( यानी लिटा ) कर ड्राइव करना होगा, जिससे उनके एज लगने के चांसेस काफी कम हो जायेंगे.
देखिये विडियो में हल :-
Facing up to the moving ball in England? Sanjay Manjrekar goes In The Zone to demonstrate the subtle adjustments Kohli and co. need to make pic.twitter.com/fSpJj2BknA
— ESPNcricinfo (@ESPNcricinfo) July 20, 2018
आपको बता दे की पिछली बार 2104 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में विराट कोहली इंग्लैण्ड में रन बनाने में बिलुकल असफल रहे थे. इन्होने पांच टेस्ट मैचो में कुल 134 रन बनाये थे. जिसमे 6 बार तेज़ गेंदबाजों ने जबकि 4 बार स्पिन गेंदबाजों ने आउट किया था. इस दौरे में कोहली का टेस्ट औसत उनके कैरियर का सबसे खराब 13.40 का रहा. जिसको वो इस बार तीन से चार गुना बढ़ाना चाहेंगे.