भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का दिल बहुत बड़ा है. वो हमेशा युवा खिलाड़ियों की मदद करते रहते है. धोनी की कप्तानी में कई युवा खिलाडियों को टीम इंडिया में खेलने के लिए भरपूर मौका मिला. जिनमे से कुछ आज भी टीम के साथ है.धोनी अक्सर मैच के दौरान विकटों के पीछे से गेंदबाजों को सलाह देते रहते है. उनकी सलाह की बाद में गेंदबाज काफी तरफ भी करते है. अब धोनी मैदान के अंदर हो या बाहर जहां कही भी उनसे कुछ युवाओं के लिए अगर बन पड़ता है तो वो हर हाल में उनकी मदद करते है.
धोनी के कुछ इस अंदाज को बयाँ करते हुए ईशान किशन ने अपनी बल्लेबाजी में आये सुधार को लेकर एक खुलासा किया है. ईशान ने खुलासा करते हुए ये बताया की धोनी कि घरेलू टीम झारखंड की ओर से खेलते समय धोनी ने उन्हें कुछ मंत्र दिए थे. जिसको सीखने के बाद अब ईशान किशन कुछ अलग अंदाज में नज़र आ रहे है. यही कारण है की आईपीएल में मैच दर मैच ईशान के बल्ले से अच्छे खासे रन निकल रहे है. ईशान ने अपनी बल्लेबाजी से खेले गये अब तक 5 मैचो में 151 रन बना डाले है.
अपनी इसी सफलता को देखते हुए किशन ने कहा , “धोनी भाई ने मुझे नेट में बल्लेबाजी करते देखा, वो मेरे पाए और उन्होंने कहा कि मुझे शुरुआत से ही आक्रामक बल्लेबाजी करनी चाहिए. उनका कहना था कि लंबी पारियां खेलने के लिए मुझे और ज्यादा ठोस बल्लेबाजी करने की जरूरत है और मैने वैसा ही किया. उन्होंने मुझसे मेरा बल्लेबाजी स्टांस बदलने के लिए भी कहा और जब धोनी जैसा कोई ऐसी बात कहता है तो आप उनके विश्लेषण पर भरोसा करते हैं. आईपीएल सीजन शुरू होने से पहले मुझे अपने स्टांस पर काम करने और नए स्टांस के साथ अभ्यास करने का पूरा समय मिला. मुझे एहसास हुआ कि मैं क्रीज पर और बेहतर महसूस करने लगा था. तब से मैने वही स्टांस बरकरार रखा है और इससे मेरी बल्लेबाजी बेहतर हुई है.”
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खेल के साथ फिटनेस भी है जरूरी
इस तरह से धोनी के द्वारा दिए कुछ मंत्र को ईशान किशन ने अपनाते हुए खुद की बल्लेबाजी में कई सारे सुधार किये. जिसके बाद इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने आगे बताया की धोनी ने झारखंड टीम के लिए फिटनेस कैंप का आयोजन किया था, जो घरेलू टीम के खिलाड़ियों के लिए काफी नया था लेकिन टीम को इससे बहुत फायदा हुआ. उन्होंने कहा, “धोनी भाई फिटनेस पर काफी जोर देते हैं. जैसा कि हम सभी जानते हैं उन्हें फिट रहने का शौक है। और उन्होंने ये निश्चित किया कि हम सब भी अपनी फिटनेस पर सीजन की शुरुआत से ही ध्यान दें. जाहिर सी बात है कि ये ऐसी चीज थी जो घरेलू टीम के लिए सामान्य नहीं थी लेकिन इसका अनुभव बेहतरीन था.”