वो कहते है न जब आपका समय आपके साथ होता है तो आप पूरी दुनिया में राज करते है मगर जैसे ही समय का चक्र घूमता है तो वो राजा से रंक बनाने में भी देर नहीं लगता. कुछ ऐसा ही हुआ वेस्टइंडीज के क्रिकेट के साथ. एक जमाने की लगातार दो बार( 1975-79 ) की विश्वकप चैम्पियन वेस्ट इंडीज की टीम के वर्तमान हालात कुछ अच्छे नहीं चल रहे है. जिसके चलते कभी एक नंबर पर राज करने वाली टीम इस समय आईसीसी की अंक तालिका में नीचे से दूसरे पायदान पर काबिज है. यानी की नौवे स्थान पर है.
इसी कड़ी में आज का दिन भी वेस्ट इंडीज क्रिकेट के लिए काफी बुरा दिन था. जब उन्हें आयरलैंड जैसी छोटी टीम ने महज 25 रनों पर आलआउट कर दिया था. वो भी पुराने जमाने की चैम्पियन टीम को. जिसमे विवियन रिचर्ड्स, क्लाइव लॉयड जैसे खिलाड़ी शामिल थे.
जी हाँ आज से 49 साल पहले आयरलैंड की टीम ने वेस्टइंडीज को 25 रन पर आउट कर जीत हासिल की थी. 1969 के वेस्ट इंडीज टीम के इंग्लैंड-आयरलैंड दौरे पर खेले गए इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए वेस्टइंडीज की पूरी टीम 25 रन ही बना पाई. दो पारी वाले इस एकदिवसीय मैच में दिग्गज कैरेबियन बल्लेबाज क्लाइव लॉयड केवल एक ही रन बना पाए थे और विंडीज टीम का कोई बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं पार कर सका था. आयरलैंड की ओर से डगलस गुडविन ने 5 और एलेक जॉन ओ’रियोरडान ने 4 विकेट लिए.
वेस्टइंडीज को 25 रन पर आउट करने के बाद आयरलैंड टीम ने डेविड पिगोट (37) और एलेक (35) की पारियों की मदद से 8 विकेट पर 125 रन बनाए. जवाब में दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरी वेस्टइंडीज टीम केवल 34 ओवर खेल सकी. उन्होंने 4 विकेट पर 78 रन बनाए, इस दौरान कप्तान बेसिल बुचर ने अर्धशतक जड़ा. नियम के मुताबिक अगर दोनों टीमों की दो-दो पारियां एक दिन में नहीं हो पाती हैं तो मैच ड्रॉ रहेगा और पहली पारी की टीम को विजेता घोषित किया जाएगा. इस तरह आयरलैंड ने ये मैच जीत लिया. जिसके चलते उस समय की सबसे मज़बूत टीम को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था और ये अनाधिकारिक मैच क्रिकेट के इतिहास में दर्ज हो गया.