आईपीएल 11 में दिल्ली डेयरडेविल्स प्लेऑफ की दौड़ से निकलने वाले सबसे पहली टीम बनी। इसके बाद शनिवार को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ 30 रनों से हार के बाद रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम प्लेऑफ की दौड़ से बाहर होने वाली दूसरी टीम बनी। ऐसे में एक बार फिर से आरीसबी के आईपीएल चैम्पियन बनने के सपने को झटका लगा है। आरसीबी की टीम में हमेशा से धाकड़ बल्लेबाजों की मौजूदगी रही है फिर चाहे वो एबी डीविलियर्स हो, के डी कॉक हो, पिछले सीजन में टीम का हिस्सा रहे क्रिस गेल हो खुद कप्तान विराट कोहली। टीम बहुत कम सीजन में ही प्लेऑफ तक पहुंच पाई है।
क्या है विराट की कमजोरी?
हालांकि इस सीजन में कप्तान डीविलियर्स के साथ साथ कप्तान विराट कोहली का बल्ला कई मौको पर चला और टीम ने अच्छी जीत हासिल की। लेकिन क्या आप जानते है इस सीजन में विराट कोहली की एक ऐसी कमजोरी के बारे में पता चला जिसे सभी विरोधी टीम ने समय रहते समझा और विराट के खिलाफ रणनीति बनाने में इस्तेमाल भी किया और सफल भी रहे। हम विराट की जिस कमजोरी की बात करे है वो ये है कि उन्हें इस पूरे सीजन में स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ खेलते हुए परेशान और असहज होते देखा गया।
सर्वाधिक 8 बार विराट रहे स्पिन गेंदबाजों के शिकार
विराट कोहली ने आईपीएल के 11वें सीजन में कुल 14 मैच खेले हैं जिसमें 48.18 की औसत से कुल 530 रन बनाए है और नाबाद 92 रन उनका सर्वोच्च स्कोर रहा है। अपनी बल्लेबाजी के दौरान वह 3 बार नॉटआउट रहे हैं, जबकि 8 बार स्पिनर की गेंद का शिकार बने हैं। पूरे सीजन के दौरान उन्हें राशिद खान, मुजीब उर रहमान,कृष्णप्पा गौतम जैसे स्पिनर ने अपना शिकार बनाया है।
ये खिलाड़ी भी है स्पिन गेंदाबाजी के सामने असहज
हालांकि स्पिन के खिलाफ आउट होने की लिस्ट में विराट के अलावा बेन स्टोक्स और लोकेश राहुल भी 7-7 बार स्पिनर की गेंद का शिकार बने हैं। इसके बात स्पिनर की गेंद पर सबसे अधिक बार विकेट गंवाने के मामले में तीसरे नंबर की बात करें तो रॉबिन उथप्पा, जोस बटलर, सुनील नरेन और ऋषभ पंत का नंबर आता है। इन चारों ने अब तक 6-6 बार अपना विकेट स्पिनर को दिए हैं।
जाहिर तौर पर मौजूदा समय में विराट कोहली का नाम वर्ल्ड क्रिकेट में सबसे सफल बल्लेबाजों की लिस्ट में लिया जाता है। हर गेंदबाज इस मौके की तलाश में रहते हैं कि उन्हें विराट कोहली का विकेट हासिल करने का सौभाग्य प्राप्त हो। इस बार आईपीएल में कई युवा गेंदबाजों को ये सौभाग्य मिला भी। ऐसे में विराट कोहली ने अगर अपनी इस कमजोरी पर ध्यान दिया होगा तो उन्हें इस पर जरूर गौर करने की जरूरत होगी।