राजस्थान रॉयल्स की किस्मत इंडियन प्रीमियर लीग के 11वें सीजन काफी अच्छी रही है क्योंकि एक समय टीम प्लेऑफ की दौड़ से लगभग बाहर हो चुकी थी लेकिन अपने आखिरी कुछ मैचों में जीत हासिल करके और उसके बाद दूसरी टीमों के परिणाम के भरोसे टीम अंकतालिका में चौथे नंबर पहुंचने में सफल रही। अब राजस्थान रॉयल्स की टीम कोलकाता नाईट राइडर्स के खिलाफ ईडन गार्डन्स के मैदान में पहला एलीमिनेटर मैच खेलेगी। जो भी टीम मैच में जीत हासिल करेगी वह आगे जाएगी और हारने वाली टीम का सफर यहीं थम जाएगा। राजस्थान रॉयल्स के लिए जीत इसलिए भी क्योंकि उसे केकेआर के खिलाफ ये मैच उसी के होम ग्राउंड पर खेलना है। लीग मैच में टीम को दोनों ही बार केकेआर से हरा का सामना करना पड़ा है। आईए जानते है क्या हो सकती है राजस्थान की प्लेइंग 11।
सलामी जोड़ी (राहुल त्रिपाठी, अजिंक्य रहाणे)
राहुल त्रिपाठी को इस सीजन की शुरुआत में उन्हें टीम ने ओपनिंग कराने की जगह पर मध्यक्रम पर भेजना ज्यादा जरूरी समझा। हालांकि वो अधिक सफल नहीं हो सके जिसके बाद उन्हें ओपनिंग के लिए आखिरी कुछ लीग मैच में भेजने का निर्णय लिया गया। यहाँ पर उन्होंने टीम को अच्छे परिणाम दिए जिसमें पिछले मैच में खेली गयीं 80 रनों नाबाद महत्वपूर्ण पारी जिसने टीम को प्लेऑफ में पहुँचाने की अहम भूमिका अदा की।
त्रिपाठी के साथ इस मैच में ओपनिंग करने के लिए अजिंक्य रहाणे से बेहतर टीम के पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है क्योंकि वह भी मध्यक्रम में खुद को साबित नहीं कर पा रहे और एक ओपनिंग बल्लेबाज के रूप वह पूरी तरह से फिट होते है।
मध्यक्रम (संजू सैमसन, हेनरिक क्लासेन)
रॉयल्स टीम का मध्यक्रम इस समय थोड़ा कमजोर दिखाई दे रहा है। संजू सैमसन जिन्होंने इस सीजन की शुरुआत में काफी शानदार फॉर्म दिखाया था वह सीजन के आगे बढ़ने के साथ खराब होता गया। पिछले मैच में तो संजू पहली ही गेंद में आउट होकर चलते बने थे लेकिन इसके बावजूद राजस्थान की टीम इस खिलाड़ी को मौका देगी।
हेनरिक क्लासेन को उस समय खेलने का मौका मिल रहा है जब राजस्थान रॉयल्स की टीम काफी महत्वपूर्ण मैच खेल रही है और इसका प्रमुख कारण जॉस बटलर की गैरमौजूदगी है। विकेटकीपर के रूप में उन्होंने काफी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करी थी पिछले मैच में जबकि बैट से भी टीम के लिए अच्छा योगदान दिया था।
आलराउंडर (कृष्णप्पा गौतम, स्टुअर्ट बिन्नी, जोफ्रा आर्चर)
जब से आईपीएल का ये 11सीजन शुरू हुआ है उस समय से अभी तक राजस्थान रॉयल्स टीम का सबसे मजबूत पक्ष उनकी टीम के आलराउंडर खिलाड़ी रहे है। अब इस टीम में बेन स्टोक्स नहीं है लेकिन जोफ्रा आर्चर उनकी भूमिका को पूरी तरह से निभाने में सक्षम दिखाई दे रहे है।
कृष्णप्पा गौतम ने इस सीजन में राजस्थान रॉयल्स के लिए मैच विनिंग खिलाड़ी की भूमिका निभाई है। गौतम ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ अंत के 2 ओवरों में बल्लेबाज़ी करके हारे हुए मैच को जीता दिया था वहीँ पॉवर प्ले में अपनी स्पिन गेंदबाज़ी के जरिए महत्वपूर्ण विकेट भी निकाल रहें है।
स्टुअर्ट बिन्नी जिनके ऊपर अजिंक्य रहाणे ने काफी भरोसा जताया है और बिन्नी को जो थोड़े अवसर मिले है उन्होंने उसमें अच्छा करने की कोशिश करी है लेकिन अब उन्हें टीम के लिए इस मैच में कुछ बेहतर प्रदर्शन करने की जरूरत होगी एक सीनियर खिलाड़ी होने के नाते।
स्पिनर (श्रेयस गोपाल, ईश सोढ़ी)
ईश सोढ़ी को राजस्थान रॉयल्स की टीम ने शामिल करके काफी अच्छा निर्णय लिया है। सोढ़ी ने सही मौकों पर ना सिर्फ टीम के लिए महत्वपूर्ण विकेट निकालकर दिए है बल्कि रन भी रोकने का काम किया है। श्रेयस गोपाल का साथ मिलने की वजह से सोढ़ी और भी अधिक असरदार साबित हो रहे है।
श्रेयस गोपाल जिन्होंने राजस्थान रॉयल्स की टीम को प्लेऑफ में पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की उन्हें टीम ने सीजन के बीच में टीम से बाहर कर दिया था लेकिन इसके बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलौर के खिलाफ मैच में उनकी वापसी एकबार फिर से हुई और इस मैच में सीधे 4 विकेट लेकर उन्होंने टीम को अपनी अहमियत साबित कर दी।
तेज़ गेंदबाज़ (जयदेव उनादकट, बेन लॉफ्लिन)
भारतीय टीम के तेज़ गेंदबाज़ जयदेव उनादकट जिन्हें इस आईपीएल सीजन की नीलामी के दौरान काफी महंगे में राजस्थान रॉयल्स की टीम ने खरीदा था लेकिन अभी तक उनादकट उस कद के हिसाब से प्रदर्शन नहीं कर सके है लेकिन इसके बावजूद टीम का विश्वास अभी भी इस तेज़ गेंदबाज़ पर पूरी तरह से बना हुआ है।
बेन स्टोक्स के जाने पर टीम में खाली हुए चौथे विदेशी खिलाड़ी के रूप में बेन लॉफ्लिन को शामिल किया गया था और आरसीबी के खिला ऑस्ट्रेलिया के इस तेज़ गेंदबाज़ ने शानदार गेंदबाज़ी करते हुए टीम के निर्णय को सही साबित किया था।