इतिहास के पन्नों से
25 साल पहले आज के ही दिन महान लेग स्पिनर शेन वार्न ने डाली थी टेस्ट क्रिकेट की जादुई बॉल
By Shubham - Jun 4, 2018 11:56 am
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क्रिकेट की दुनिया में कई ऐसी गेंदे व ऐसी शॉट्स होती है. जो सभी चकमा दे जाती है. फिर चाहे वो गेंदबाज,बल्लेबाज और दर्शक ही क्यों ना हो. कभी-कभी हमे ऐसी अजीबो-गरीब या खतरनाक गेंदे देखने को मिलती है. जिनको देख बस आप सोचते रह जाते हो आखिर ये हुआ कैसे. यही क्रिकेट है इसलिए इसे अनिश्चितताओ का खेल कहा गया है. कब क्या कैसे कभी भी कुछ भी हो सकता है. इसी की तर्ज पर आज से 25 साल पहले एक ऐसा करिश्मा हुआ था. जिसे लोग आज भी देख कर चौक जाते है और सोचने पर मजबूर हो जाते है की आखिर ये गेंद इतनी स्पिन हुई कैसे.

जी हाँ आज के ही दिन ऑस्ट्रेलिया के महान लेग स्पिनर शेन वार्न ने इंग्लैंड के खिलाफ ऐसी गेंद डाली थी. जिसे बाद में ‘बॉल ऑफ़ सेंचुरी’ का नाम दिया गया. वॉर्न आज उस गेंद की 25वीं सालगिरह मना रहे है.  

इस टीम के खिलाफ वार्न ने डाली थी जादुई बॉल 

दरअसल 3 जून 1993 को इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच मैनचेस्टर स्टेडियम में खेले गए पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन 4 जून को वॉर्न ने अपनी इस घातक गेंद से विपक्षी टीम के बल्लेबाज माइक गेटिंग को आउट किया था. पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया के 289 पर ऑलआउट होने के बाद बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड टीम के 71 के स्कोर पर एक विकेट खोने के बाद क्रीज पर उतरे माइक गेटिंग 28वें ओवर में इस जादुई गेंद का शिकार बने. गेंद लेग स्टंप के बहुत बाहर पिच हुई थी लेकिन फिर सीधा ऑफ स्टंप पर जाकर लगी. गेटिंग को विश्वास ही नहीं हुआ ये कैसे हुआ. ओल्ड टैफॉर्ड स्टेडियम की पिच स्पिन के लिए मशहूर है लेकिन गेंद इतना ज्यादा स्पिन होगी ये शायद किसी ने नहीं सोचा था. ऑस्ट्रेलिया टीम के विकेटकीपर इयान हेली समेत दर्शक भी हैरान थे लेकिन वॉर्न के चेहरे की हंसी बता रही थी कि उन्होंने ये ये सब प्लान करके किया था.

इसे भी गेटिंग की किस्मत ही कहा जा सकता है वो इस गेंद का शिकार बने. दरअसल माइक एथेरटन के आउट होने के बाद तीसरे नंबर पर रॉबिन स्मिथ बल्लेबाजी करने आने वाले थे लेकिन जब दूसरा विकेट गिरा तो वो बॉथरूम में थे और ऐसे में गेटिंग को क्रीज पर आना पड़ा. गेंटिंग ने मैनेचेस्टर इवनिंग न्यूज को दिए बयान में कहा था कि, “कई लोग हैं जिन्हें लगा कि मुझे गेंद को पैड करना चाहिए था लेकिन मैने कभी भी स्पिनर को अटैक करने की कोशिश नहीं की थी. मैं अपने पैरों के पास बोल्ड होने के बारे में चिंता कर रहा था. मैने वो हिस्सा लगभग कवर कर लिया था और निश्चित किया था कि गेंद मेरे पैरों के पीछे नहीं जाएगी और अगर गेंद कुछ और करेगी तो मैं उसपर प्रतिक्रिया देने के लिए सही स्थिति में था लेकिन गेंद तेजी से और बेहद ज्यादा स्पिन हुई. ये शानदार लेगब्रेक था और मुझे पता था कि उसने (वॉर्न) ने इस पर काफी रिवर्स स्विंग लगाई है. हमें पता था कि विकेट पर टर्न है लेकिन इतना ज्यादा, ये नहीं पता था.”

वही दूसरी ओर वॉर्न अपनी इस विकेट से बेहद खुश थे. उन्होंने कहा था, “गेटिंग को जो गेंद कराई, उसे मैने लेग स्टंप पर पिच कराने और दूसरी तरफ स्पिन करने की कोशिश की थी. जैसे ही गेंद मेरे हाथ से निकली मुझे लगा ही था ये एकदम सही जा रही है.” वॉर्न ने गेंद के पीछे की तकनीक समझाते हुए कहा था, “जो एक सही लेगब्रेक गेंद होती है वो हवा में लेग साइड की तरफ जाती है और पिच होने के बाद एकदम दूसरी तरफ जाती है. हवा में गेंद का घुमाव उस पर लगाए स्पिन से आता है, ऐसे में मैने गेंद पर काफी स्पिन रखा था. इसी वजह से वो पहले इतनी घूमी और फिप स्पिन होकर इतना दूर गई.” वॉर्न ने इस खतरनाक गेंद का विडियो अपने  इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया है.