आईपीएल 11 में बुधवार को ईडन गार्डंस मैदान में कोलकाता नाइटराइडर्स और मुंबई इंडियंस के बीच खेले जा रहे टूर्नामेंट के 41वां मैच खेला जा रहा है। पहले बल्लेबाजी करते हुए मुंबई इंडियंस ने केकेआर को जीत के लिए211 रनों का लक्ष्य दिया। मुंबई ने युवा बल्लेबाज ईशान किशन की धमाकेदार 62 रन, कप्तान रोहित शर्मा और सूर्यकुमार यादव की उम्दा 36-36 रनों के बदौलत निर्धारित 20 ओवर में 210 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। मुंबई की तरफ से पीयूष चावला ने 2, टॉम कुर्रन, सुनील नरेनने 1-1 विकेट झटके।
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी मुंबई इंडियंस के लिए पारी की शुरुआत सूर्यकुमार यादव और एविन लेविस ने की। दोनों ने पहले चार ओवर में ही टीम का स्कोर 30 रन तक पहुंचाया। पावरप्ले के आखिरी ओवर यानी की छठे ओवर में केकेआर को एविन लेविस के रूप में पहली सफलता मिली। पीयूष चावला ने उन्हें 18 रन के स्कोर पर आउट किया।उनका कैच क्रिस लिन ने लपका। सूर्यकुमार और लुईस के बीच पहली विकेट के लिए 46 रन की साझेदारी बनी। सातवें ओवर में मुंबई के 50 रन पूरे हुए। नौवें ओवर में पीयूष चावला ने ही सूर्यकुमार के रूप में मुबंई को दूसरा झटका दिया। यादव ने 32 गेंदों में 5 चौके और 1 छक्के की मदद से 36 रन की पारी खेली। इसके बाद अगले ओवर में कुलदीप अपनी ही गेंद पर रोहित का मुश्किल कैच लेने से चूक गए। इस ओवर में ईशान ने छक्के के रूप में अपनी पारी की शुरुआत की। 10 ओवर के बाद मुंबई इंडियंस का स्कोर दो विकेट खोकर 72 रन था।
ईशान किशन ने आते ही क्रामक शॉट खेलने शुरू किए। पारी के 11वें ओवर में उन्होंने चावला को तीन चौके जमाए। 11वें ओवर में आंद्रे रसेल की गेंद पर रोहित शर्मा को पिर से जीवनदान मिला जब नीतीश राणा कैच नहीं पकड़ पाए। 14वें ओवर में ईशान किशन ने कुलदीप यादव को लगातार चार छक्के जमा दिए। इस ओवर में 25 रन बने। इसी ओवर में ईशान का अर्धशतक पूरा हुआ। इस दौरान उन्होंने केवल 17 गेंदों पर पांच चौके और चार छक्के लगाए। 15वें ओवर ईशान ने सुनील नरेन को भी छक्का लगाया लेकिन अगली ही गेंद पर एक और छक्का उड़ाने की कोशिश में वे 62 रन की निजी स्कोर पर उथप्पा को कैच थमा बैठे। ईशान ने 62 रन की पारी के लिए 21 गेंदे खेलीं जिसमें पांच चौके, छह छक्के शामिल थे।
ईशान के बाद हार्दिक पांड्या ने टीम के स्कोर को तेजी से आगे बढ़ाने की कोशिश की लेकिन महज 19 रन बनाकर टॉम कुर्रन का शिकार बने। इस 19 रन की पारी के दौरान उन्होंने दो गगनचूंबी शतक जड़े। वहीं बेन कटिंग ने भी 24 रन की उम्दा पारी खेली। आखिरी में क्रीज पर क्रुणाल पांड्या 8 रन और जेपी डुमिनी 0 पर नाबाद रहे।