#4. केन विलियम्सन
इस साल आईपीएल-11 में बॉल टेम्परिंग विवाद के कारण डेविड वार्नर के प्रतिबंध लगने से हैदराबाद ने अपनी टीम की कमान विलियम्सन के कंधो पर रख दी. जिस जिम्मेदारी को बखूबी से निभाते हुए विलियम्सन ने अपनी बल्लेबाजी और कप्तानी से टीम को फाइनल मुकाबले तक ले गये. पूरे सीजन में विलियम्सन के बल्ले से रनों की बारिश जारी रही. उन्होंने अपनी टीम के लिए कई मैच अपनी शानदार पारियों से भी जीताये.
इस तरह विलियम्सन ने हैदराबाद के लिए 142.44 के स्ट्राइक रेट व टी-20 में 52.50 की भयंकर औसत के साथ 735 रन बनाये. जिसके साथ वे आईपीएल के सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बने. उन्हें ऑरेंज कैप से नवाजा गया. इस तरह के प्रदर्शन से विलियम्सन ने ये साफ कर दिया की ताकतवर बल्लेबाजी के इस खेल में तकनीकी से भी रन बनाये जा सकते है.