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इन विवादों की वजह से क्रिकेट हुआ सबसे ज्यादा बदनाम, हो गईं हदें पार
By CricShots - Mar 25, 2018 4:16 pm
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क्रिकेट मैच में दंगे के दौरान पुलिस वाले लाठी चार्ज करते हुए

हम सभी जानते हैं क्रिकेट एक जैंटलमेन गेम है, लेकिन अगर हम इतिहास के पन्नें उठा कर देखें तो इस खेल के साथ ऐसे विवाद जुड़े हैं जिसने पूरी दुनिया का झकझोर कर रख दिया। क्या आपको पता है इस जैंटलमेन गेम को शुरुआती दिनों में जुआरियों का खेल भी कहा जाता था। आप अभी सोच रहें होंगे ऐसे खेल जो भारत जैसे देशों में जिस खेल की तुलना धर्म के बराबर होती है उसके बारे में हम ऐसे क्यों कह रह हैं। तो इसकी वजह है इस खेल से जुड़ कुछ विवाद। आइए एक नजर डालते हैं कुछ ऐसे अनकही विवाद पर जिसने इस खेल के दामन को लांछन से भर दिया।

बॅाडीलाइन सीरीज: एशेज टेस्ट सीरीज का नाम तो आपने सुना ही होगा। ये ऐसी टेस्ट सीरीज है जो ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच कई दशकों से खेली जा रही है। स्वाभाविक है जब चीजें जितनी पुरानी होती हैं उसपर लांछन, विवाद का दौर भी उतना ही पुराना होता है। आपको बता दें की 1932-33 में खेली गई इस सीरीज को बॅाडीलाइन सीरीज के नाम से जाना गया। आप सोच रहे होंगे भला ऐसा क्या हुआ होगा जिससे इस सीरीज बॅाडीलाइन सीरीज के नाम से जाना गया।

इस सीरीज में इंग्लिश गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को रन बनाने से रोकने के लिए एक नया तरीका अपनाया जिससे वो लगातार लेग स्टंप्स पर बल्लेबाज के शरीर को निशाना बनाते हुए शॉर्ट पिच गेंदें फेंकते थे। हालांकि उनके इस जोखिम भरी गेंदबाजी से कोई घायल नहीं हुआ। लेकिन इस विवाद के चलते दोनों देशों के मैत्री रिश्तो में खटास पड़ गई जो कई सालों तक चली।

सिडनी दंगा: अब हम आपको एक ऐसे विवाद से रूबरू कराएंगे जो 136 साल पहले सन 1879 में ऑस्ट्रेलिया के सिडनी मैदान में हुआ। हम बात कर रहे हैं उस विवाद की जो इंग्लिश और न्यू साउथ वेल्स के खिलाफ खेले गए मैच के दौरान हुई। दरअसल, अंपायर ने न्यू साउथ वेल्स के एक खिलाड़ी को विवादित रूप से आउट दे दिया।

जिसके बाद स्टैंड में बैठे प्रशंसक स्टैंड में उतरकर इंग्लिश टीम के खिलाड़ी और अंपायर को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगे। खबरों की मानें तो ये दंगा चंद जुआरियों ने भड़काया था। लोगों का तो यहां तक कहना था कि उन्होंने इस मैच पर न्यू साउथ वेल्स के जीतने पर भारी पैसा लगया था। जब उन्होंने देखा कि उनकी टीम हार रही है तो उन्होंने कुछ प्रशंसकों को उकसाकर दंगा कर दिया।

ओवल टेस्ट: 2006 में इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच खेला गया चौथा टेस्ट मैच आपको याद ही होगा। अरे! वही जहां मैच के चौथे दिन अंपायर ने पाकिस्तान टीम पर बॅाल टेम्परिंग का आरोप लगाते हुए इंग्लिश टीम को 5 अतिरक्त रन दे दिए थे। इस निर्णय से गुस्साई पाकिस्तान टीम ने चायकाल के बाद ग्राउंड पर आने से ही मना कर दिया। वहीं अंपायर ने तमाम सलाह- मश्वरे के बाद इस मैच को फॅारफीटेड घोषित करते हुए इंग्लैंड टीम को इस मैच का विजेता घोषित कर दिया। आपको बता दें कि विश्व क्रिकेट के अब तक के इतिहास मं यह एक मात्र फॅारफीटेड टेस्ट मैच है।

श्रीलंका क्रिकेट टीम पर आतंकी हमला: 2009 में श्रीलंका टीम का पाकिस्तान दौरा आप सभी को याद ही होगा। जहां कुछ आतंकवादीयों ने श्रीलंका टीम के बस पर हमला कर दिया था। इस दुर्घटना में कई खिलाड़ी मरते- मरते बचे थे। आपको बता दें कि यह घटना 3 मार्च, 2009 की है जब श्रीलंका टीम होटल से गद्दाफी स्टेडियम की ओर बढ़ रही थी। तभी अचानक बम और हथियारों से लैस 12 आतंकवादीयों ने टीम बस पर हमला कर दिया।

ये घटना श्रीलंकाई टीम के जहन में आज भी ताजा है। इस बर्बता भरी हमले के बाद सभी टीमों ने पाकिस्तान के खिलाफ कोई भी मैच खेलने से मना कर दिया। इससे पहले 26 नवंबर 2008 के मुंबई पर हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सरकार ने पाकिस्तान खिलाड़ियों पर आईपीएल खेलने से प्रतिबंध लगा दिया था। आपको बता दें कि इस घटना के 6 साल बाद जिम्बाब्वे ही ऐसी टीम थी जिसने पाकिस्तान टीम का दौरा किया था। आंतकवादी हमलों के कारण पीसीबी को काफी आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ा।

जब अफरीदी पर लगा बॅाल टैम्परिंग का आरोप: पाकिस्तान क्रिकेट और विवादों का सिलसिला काफी पुराना है। चाहे वो मैच फिक्सिंग का आरोप हो या खेल में आसाधारण कुछ करने का इसमें पाकिस्तान टीम आपको सबसे आगे मिलेगी। अब हम आपको जिस किस्से के बारे में बताने जा रहे हैं वो इस टीम के ऐसे बल्लेबाज के साथ जुड़ी है जो अपने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के लिए मशहूर है।

जी हां अपने सही अनुमान लगाया है हम बात कर रहे हैं शाहिद अफरीदी की। 31 जनवरी 2010 को पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए टी-20 मैच के दौरान ये आरोप लगा था कि उन्होंने गेंद को अपने मुंह से काटा है। जिसके बाद बूम-बूम अफरीदी को टी-20 प्रारूप में प्रतिबंध झेलना पड़ा।