भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट सीरीज अब दोनों देश के क्रिकेट प्रेमियों के लिए सपना सा हो गया है. इसी सपने को साकार करने के लिए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड अक्सर बीसीसीआई का दरवाजा खटखटाता रहता है. अब एक बार फिर पाक बोर्ड प्रमुख नजम सेठी ने बीसीसीआई से सीरीज को लेकर गुहार लगायी है. नज़म ने कहा हमारी तैयारी पूरी है हमे बस बीसीसीआई की हाँ का इंतज़ार है. अगर बीसीसीआई हाँ नहीं करता है तो देना होगा मुआवजा.
भारत-पाक सीरीज बीसीसीआई के हवाले
पाक बोर्ड के प्रमुख ने सीरीज की बात को आगे बढ़ाते हुए कहा- , ‘‘सबसे पहले तो दोनों देशों को उपमहाद्वीप के लोगों के लिए आपस में खेलना चाहिए. दूसरी बात, गेंद बीसीसीआई के पाले में है. उम्मीद करते हैं कि समय रहते सही कदम उठाया जाएगा और दोनों टीमें दोबारा अच्छा क्रिकेट खेल पाएंगी.’’ उन्होंने कहा , ‘‘मेरा मानना है कि हमें इसका अच्छा हल निकालना ही होगा.’’
आपको बता दे की बीसीसीआई केंद्र सरकार से अनुमति मिलने के बाद ही पाक क्रिकेट बोर्ड को कोई जवाब दे पायेगा. भारत-पाक देशों के बीच राजनीतिक संबंध सही न होने के कारण 2008 से कोई भी सीरीज इन दोनों देशों के बीच नहीं खेली गयी है. ये कठोर फैसला भारत के मुंबई शहर में हुए 26/11 बम धमाकों के बाद से लिया गया था, जिसमे साफ़ तौर पर पाकिस्तान का हाथ था. इस घटना के बाद से पाक बोर्ड आये दिन बीसीसीआई के उपर सीरीज कराने को लेकर अंतराष्ट्रीय दबाव भी बनता रहता है.
हालांकि आपको बता दे की दोनों देश 50 ओवर के विश्व कप , चैंपियन्स ट्रॉफी , विश्व टी 20 या एशिया कप जैसी कई टीमों की प्रतियोगिताओं में ही एक – दूसरे के खिलाफ खेलते रहते है.
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पाक ने आईसीसी से की शिकायत
पीसीबी ने 2014 के सहमति पत्र का उल्लंघन करते हुए सीरीज खेलने से इनकार करने पर भारत के खिलाफ सात करोड़ डॉलर के मुआवजे का दावा किया है. इस एमओयू के तहत 2015 और 2023 के बीच दोनों टीमों को छह सीरीज खेलनी थी. तीन सदस्यीय आईसीसी पैनल अक्तूबर में इस दावे पर सुनवाई करेगा.
नजम इसके बाद यही नहीं रुके उन्होंने कहा, ‘मैं हैरान हूं कि भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंध दोबारा शुरू करने को लेकर यहां भारत में मीडिया का काफी दबाव नहीं है. मुझे यकीन है कि दोनों देशों के लोग इन दोनों देशों के बीच क्रिकेट देखना चाहते हैं. दोनों तरफ काफी सद्भावना है इसलिए उम्मीद करते हैं कि प्रशंसकों के हित में इस मुद्दे को सुलझाया जाएगा. दोनों बोर्ड के बीच कोई मतभेद नहीं है. कोई समस्या नहीं है.’’
मीडिया को भी देना चाहिए साथ
पाक बोर्ड ने इसके बाद सीरीज कराने को लेकर देश की मीडिया को भी साथ देने की मांग की. पीसीबी अध्यक्ष का मानना है कि दोनों देशों के बीच क्रिकेट दोबारा शुरू करने में मीडिया को अहम भूमिका निभानी चाहिए क्योंकि 2008 से सिर्फ एक सीरीज हुआ है. यह दौरा दिसंबर 2012 और जनवरी 2013 में हुआ था जब पाकिस्तान दो टी20 और तीन वनडे मैच खेलने के लिए भारत आया था.
इस तरह पाक क्रिकेट बोर्ड दोनों देशों के बीच सीरीज कराने के लिए अपनी एड़ी चोटी का जोर काफी समय से लगाये हुए है, लेकिन बीसीसीआई उसकी इस बात पर कोई भी फैसला लेने के लिए मजबूर है.