चलना, फिसलना और फिसलकर फिर संभलना… आईपीएल 11 के दौरान कोलकाता नाइटराइडर्स का कुछ यही हाल रहा है। दिनेश कार्तिक की इस टीम ने उम्मीद से बढ़कर बेहतर प्रदर्शन किया है। टीम ने मौजूदा सत्र में क्वालीफायर तक का सफर एकजूटता के साथ किया है। केकेआर ने मौजूदा सत्र में अब तक कुल 15 मुकाबले खेले हैं जिसमें से उसे नौ में जीत हासिल हुई है जबकि छह में उसे शिकस्त झेलनी पड़ी है।
शुरुआती सात मैचों से चार हारे
केकेआर ने आईपीएल 11 में अपने सफर की शुरुआत रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ की थी जिसमें उसने चार विकेट से जीत हासिल की थी। इसके बाद उसे लगातार दो मुकाबलों में चेन्नई सुपर किंग्स (पांच विकेट) और सनराइजर्स हैदराबाद (पांच विकेट) के खिलाफ शिकस्त झेलनी पड़ी। सीएसके के खिलाफ जहां 202 रन बनाने के बाद उसके गेंदबाजों ने लुटिया डुबोई तो वहीं हैदराबाद के खिलाफ उसकी टीम को 138 रनों पर सिमट गई और केकेआर को हार आसानी से मात मिली। हालांकि कार्तिक ने दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ 71 रन और राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ सात विकेट की जीत के साथ वापसी की लेकिन किंग्स इलेवन पंजाब (नौ विकेट) और दिल्ली डेयरडेविल्स (55 रन) के खिलाफ उसकी हार ने फिर उसके समर्थकों को निराश किया। हालांकि एक बार फिर आरसीबी (छह विकेट) और चेन्नई (छह विकेट) को हराकर केकेआर जीत की पटरी पर लौटा।
चार दिन में मुंबई से दूसरी बार हारे
मुंबई इंडियंस के खिलाफ केकेआर को आखिरी ओवर के रोमांच में 13 रन से हार मिली और फिर तीन दिन बाद अपने घरेलू मैदान में उसकी टीम महज 108 रनों पर धराशाई ही गई जिसमें उसे 102 रनों से करारी शिकस्त मिली और उसके प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीदों को झटका लगा। हालांकि इसके बाद जो हुआ वह केकेआर के लिए किसी चमत्कार से कम नहीं है।
लगातार तीन जीत के साथ प्लेऑफ में पहुंचे
मुंबई के खिलाफ लगातार दो मुकाबलों में मिली हार से केकेआर की उम्मीद को गहरा झटका लगा था लेकिन इसके बाद उसने लगातार तीन मुकाबले जीतकर प्लेऑफ में जगह बनाई। इस दौरान उसने पंजाब (31 रन), राजस्थान (छह विकेट) और हैदराबाद (पांच विकेट) हराकर प्लऑफ में अपना स्थान पक्का किया। इस दौरान केकेआर की बड़ी जीतों ने उसके नेट रनरेट को बेहतर रखा जिसका उसको फायदा मिला। एलिमिनेटर में केकेआर का सामना राजस्थान के साथ हुआ जहां उसने 25 रनों की जीत हासिल की और दूसरे प्लेऑफ में हैदराबाद से खेलने की पात्रता हासिल की।