इंडियन प्रीमीयर लीग के 11वें सीजन में आर आश्विन ने पहली बार कप्तानी की. जिसके बाद अब उन्हें तमिलनाडु प्रीमीयर लीग में भी कप्तान बनाया गया है. आश्विन ने आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब के लिए सीजन शानदार का आगाज करते हुए कप्तानी में शुरू के 6 में से पांच मैच जीता डाले. जिसके बार चारो ओर इस भारतीय टेस्ट मैच के स्पिनर की तारीफ होने लगी थी.
आईपीएल में उतार-चढ़ाव भरी रही आश्विन की कप्तानी
ऐसे में जैसे ही आईपीएल का मिड सीजन समाप्त हुआ. आश्विन की कप्तानी को पता नहीं किसकी नजर लग गयी. अगले अंतिम हाफ में उनकी पंजाब की टीम लगातार मैच हारती चली गयी. जिसके कारण टीम अंकतालिका में तीसरे पायदान से सीधे आठ टीमो के बीच सांतवे पायदान पर आकर रुकी. इस तरह आश्विन की कप्तानी का दौर आईपीएल में आधा मीठा तो आधा खट्टा जैसा रहा. आश्विन की टीम भले ही टूर्नामेंट से हार कर बाहर हो गयी हो मगर आश्विन की कप्तानी में किसी ने भी ऊँगली नहीं उठायी.
17 जुलाई के बाद आश्विन चले जायेंगे इंग्लैंड
जिसके दम पर उन्हें अब तमिलनाडू प्रीमीयर लीग(टीएनपीएल ) में डिंडीगुल ड्रैगन्स टीम का कप्तान नियुक्त किया गया है. टीएनपीएल का तीसरा सीजन 11 जुलाई से शुरू हो रहा है. जिसके चलते वो टूर्नामेंट के आधे सीजन में ही कप्तानी कर पायेंगे. क्योंकि अगस्त में उन्हें अंग्रेजो को अपनी फिरकी में नचाने के लिए इंग्लैंड दौरे पर टीम के साथ जाना पड़ेगा. अगस्त में पहले टेस्ट मैच से दो सप्ताह पहले तक भारतीय टीम का प्रेक्टिस सेशन चलेगा. माना जा रहा है कि 17 जुलाई के बाद अश्विन को तुरंत इंग्लैंड के लिए निकलना होगा. अश्विन की गैरहाजिरी में डिंडीगुल ड्रैगन्स टीम की कप्तानी एन जगदीसन करेंगे. बता दें कि अश्विन को डिंडीगुल ड्रैगन्स की टीम ने इस सीजन में रिटेन किया है.
गौरतलब है की अश्विन और जडेजा की स्पिन जोड़ी को बीसीसीआई ने आराम देने के लिए वन-डे और टी-20 तेमे से बाहर किया था. जिसके बाद उनकी जगह आये कुलदीप यादव और यजुवेंद्र चहल दोनों ने शानदार गेंदबाजी करते हुए इनकी जगह पर कब्ज़ा जमा लिया है. जिसके बाद से आश्विन वन-डे और टी-20 टीम से बाहर है.