क्रिकेट खेल या कोई भी ऐसा खेल जिसमे कई खिलाड़ी एक टीम बनाकर जब मैदान में उतरते है तो सभी अलग-अलग नहीं अपितु एक होते है. उन सबका लक्ष्य एक ही होता है जीत. इस एक लक्ष्य के कारण वो सभी टीम के खिलाड़ी आपस में एक-दूसरे के भाई या एक सच्चे दोस्त बन जाते है. इसे ही खेल का सच्चा उद्देश्य भी मानते है की आपस में मैत्री भावना को फैलाना. जिसका एक सरीखा उदाहरण भारत के स्पिंग गेंदबाज हरभजन सिंह ने पेश किया है.
बता दे की भज्जी मैदान के अंदर व बाहर काफी मजाकिया किस्म के व्यक्ति है. जिसके चलते उनके कई सारे दोस्त है. ऐसे में भज्जी के शुरूआती दिनों में जब वो क्रिकेट खेलते थे. उस समय के एक अपनी टीम के एक साथी की मदद की है. जिसके लिए अब वो फ़रिश्ता समान दोस्त बन गये है. ऐसा हम नहीं बल्कि उस साथी ने खुद भज्जी को बताया है.
इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक हरभजन सिंह ने हाल ही में अपने साथ अंडर 16 क्रिकेट खेले दोस्त का इलाज करवाकर उसकी मदद की. हरमन हैरी नाम के भज्जी के साथी क्रिकेटर इन दिनों आंत की बीमारी से जूझ रहे हैं. एक दिन भज्जी के पास उनका फोन आया और उन्होंने भज्जी से मदद मांगी.
भज्जी ने बताया कि हरमन काफी निराश थे और उन्हें इलाज के लिए पैसों की ज़रूरत थी, इसके बाद भज्जी ने उन्हें इलाज कराने की सलाह दी और कहा कि वो पैसों की चिंता ना करें. इसके बाद हरभजन ने अपने इस दोस्त की बीमारी का सारा खर्चा खुद उठाया और कहा कि ‘इंसान की ज़िंदगी से बड़ा कुछ नहीं होता.’
हरभजन ने अपने दोस्त हैरी से कहा की वो अपना इलाज किसी अच्छे डॉक्टर या हॉस्पिटल में कराए. जो भी कमी होगी वो मैं पूरी कर दूंगा. जिसके बाद अब उनके दोस्त हरमन काफी ठीक है.
हारमन ने ठीक होने के बाद बताया की भज्जी उनके लिए किसी फ़रिश्ते से कम नहीं है. जिन्होंने उनका इलाज करा दोबारा जीवनदान दिया है. ऐसे में वो भज्जी के जीवनभर ऐहसानमंद रहेंगे. इस तरह भज्जी ने खेल से सीखने वाले सच्चे गुर मित्रता की भावना का साक्षात नमूना पेश किया है.