आधुनिक क्रिकेट धीरे-धीरे गेंदबाजों के लिए काल बनता जा रहा है. इस खेल के छोटे-छोटे फॉर्मेट में कभी-कभी गेंदबाज सिर्फ औपचारिकता ही पूरी करते नजर आते है. इतनी विपरीत पारिस्थिति होने के बावजूद भी गेंदबाज हार नहीं मानते है और थोड़ी भी गेंदबाजी के अनुकूल पिच मिलने पर बल्लेबाजो को अपनी तेज़ गति और स्विंग से रुला मारते है.
ऐसे में अत्यधिक मज़ा तो तब आता है जब गेंदबाज 145 किमी/घंटा से 155 किमी/घंटा की रफ्तार में हवा से बात कर रहा हो. जैसा की आज से पहले शोएब अख्तर अपनी रफ़्तार से बल्लेबाजों के जहन में डर पैदा कर देते थे. एक समय था जब शोएब सबसे तेज़ गेंदब फेंकते थे. इनके नाम वन-डे क्रिकेट इतिहास की सबसे तेज़ 161.3 किमी/घंटा (100.23 mph) दर्ज है. जो की इन्होने इंग्लैंड के खिलाफ 2003 विश्वकप में साउथ अफ्रीका के केपटाउन मैदान में फेंकी थी.
उसके बाद इसी परम्परा को बनाये रखने के लिए क्रिकेट दुनिया में ब्रेट ली, शान टेट, मिचेल जॉनसन और डेल स्टेन जैसे गेंदबाजों ने अपनी कहर गेंदबाजी से बल्लेबाजो को कभी सामने टिकने नहीं दिया. इन सबकी औसत गति 145-155 किमी/घंटा रही. मगर शोएब के रिकॉर्ड को तोड़ नहीं पाये.
आज हम आपको ऐसे तीन गेंदबाजों के बारे में बतायेंगे जो आने वाले समय में शोएब के सबसे तेज़ गेंदब के रिकॉर्ड को तोड़ सकते है.
#1. मिचेल स्टार्क
mitchell satrc ( pic source-google )
जब भी हम वर्तमान में तेज़ गति के गेंदबाजों की बात करते है. तो सबसे पहले लोग मिचेल स्टार्क का नाम लेते है. स्टार्क के पास खतरनाक स्पार्क की तरह गेंद फेंकने की गति हासिल है. ऑस्ट्रेलिया के इस प्रमुख तेज़ गेंदबाज ने अपनी गति का लोहा पूरे क्रिकेट जगत में मनवा रखा है. स्टार्क की गेंद में औसतन रफ़्तार वन डे क्रिकेट में 148 से 155 किमी/घंटा रहती है.
वन-डे क्रिकेट के बाद अगर टेस्ट क्रिकेट की बात की जाए तो स्टार्क के नाम सबसे तेज़ गेंदब फेंकने का रिकॉर्ड दर्ज है. जो की अख्तर की गेंद से चंद पॉइंट ही कम रह गयी थी. स्टार्क ने टेस्ट क्रिकेट की सबसे तेज़ गेंद 160.4 किमी/घंटा फेंकी थी. जिसके बाद से सभी का ये दावा है की स्टार्क अपने स्पार्क से पाकिस्तान के तेज़ गेंदबाज शोएब अख्तर का रिकॉर्ड कभी भी तोड़ सकते है.
हालांकि 28 साल के हो चुके स्टार्क अभी भी गेंदबाजी कर रहे है .ऐसे में सभी की निगाहें उन पर टिकी है की वो इस रिकॉर्ड को तोड़ पाते है या नहीं.