ट्रेंडिंग
अंग्रेजो ने खोली कुलदीप और चहल की कलाई, असली इम्तिहान अभी बाकी
By Shubham - Jul 19, 2018 10:07 am
Views 3
Share Post

भारतीय टीम इस समय साल के सबसे अहम इंग्लैण्ड दौरे पर है. जहां उसने इंग्लैण्ड के खिलाफ टी-20 सीरीज अपने नाम की वही तीन वन-डे मैचो की सीरीज में हार का सामना करना पड़ा. ऐसे में भारत की हार का एक प्रमुख कारण अभी तक मिस्ट्री गेंदबाज माने जा रहे कुलदीप यादव भी रहे. जिनकी कलाई का जादू अब अंग्रेज़ बल्लेबाजो ने भांप लिया है. यही कारण है को पिछले दोनों मैचो में इंग्लैण्ड की तरफ से जो रूट ने शतक मारते हुए कुलदीप यादव की जड़ें उखाड़ दी है.

पहले मैच में कुलदीप ने मचाया था धमाल 

Kuldeep and Kohli
Kuldeep and Kohli ( Pic source-google )

जी हाँ तीन वन-डे मैचो की सीरीज के पहले मैच में कुलदीप यादव ने खतरनाक घूमती हुई गेंदों से अंग्रेजो को जमकर नचाया था. जिसके चलते भारत ने कुलदीप के 6 विकेट की मदद से पहला मैच जीत लिया था. उसके बाद अंग्रेजो ने इस गेंदबाज के खिलाफ जमकर होमवर्क किया और दमदार वापसी की. जिसमे उनके नंबर तीन पर आने वाले बल्लेबाज जो रूट ने बाकी बचे दोनों मैचो में कुलदीप की जमकर कुटाई करते हुए उनकी कलाई का सारा जादू गायब कर दिया. ऐसे में आज आपको बताते है आखिर उन्होंने इस जादू को किस तरह समाप्त किया.

रूट ने उखाड़ दी कुलदीप की जड़

Joe Root
Joe Root ( pic source-google )

रूट ने दूसरे वन-डे में स्पिन के खिलाफ आगे आकर स्वीप मारने और फ्रंटफुट पर खेलने के बजाय क्रीज के अंदर रह कर बैकफूट पर खेलने की तरकीब निकाली. जो की काफी कामयाब भी रही. इस तरह रूट ने संदेश दिया कि वो चाइनामैन गेंदबाज से जरा भी नहीं घबरा रहे हैं. इतना ही नहीं कुलदीप की लेंथ को बिगाड़ने के लिए रूट बीच-बीच में स्‍वीप शॉट भी मार देते थे.

लॉर्ड्स के मैच के बाद रूट ने कहा था, “मेरे लिए ये बस कुलदीप की गेंदबाजी के सामने ज्‍यादा से ज्‍यादा वक्‍त बिताना और स्पिन गेंदबाजी को खेलने के खुद के तरीके पर विश्‍वास बनाए रखने जैसा था.”

और पढ़िए:- बाप के नक़्शे कदम पर चले अर्जुन तेंदुलकर पहले मैच में शुन्य से किय आगाज

टेस्ट मैच में भी होंगे कुलदीप 

इस तरह रूट ने  साल की शुरुआत से साउथ अफ्रीका के खिलाफ वन-डे सीरीज से चली आ रही कुलदीप की गेंदबाजी की जड़ो को उखाड़ कर रख दिया है. ऐसे में कुलदीप को अब अपने बेसिक्स पर ध्यान देकर कुछ नया करना चाहिए, जिससे आगे आने वाली 5 टेस्ट मैचो की लंबी सीरीज में वो भारतीय टीम के लिए उपयोगी साबित हो सके.