बॅाल टैम्परिंग कांड में बर्खास्त कप्तान स्टीव स्मिथ,उप कप्तान डेविड वॅार्नर के बाद अब ऑस्ट्रेलिया टीम को एक झटका लगने वाला है। टीम के कोच डेरेन लेहमन ने ये फैसला किया है कि वो दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आखिरी मैच के बाद कोच पद से इस्तीफा दे देंगे। इस खबर के बाद से ही क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया एक नए कोच की खोज में जुट गया है। आपको बता दें की लेहमन को 2013 में कगारूओं को कोच बनाया गया था। और उनका अनुबंध इस टीम के साथ 2019 तक था। लेकिन टैम्परिंग विवाद में इस टीम के कुछ खिलाड़ियों का नाम आने से वो काफी दुखी हैं। और उन्होंने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा है की वो इस पद को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आखिरी मैच के बाद छोड़ देंगे। अब ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि ऑस्ट्रेलिया का अगला कोच कौन हो सकता है। तो आइए एक नजर डालते हैं कुछ ऐसे दिग्गज ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों पर जो कोच बनने के रेस में सबसे आगे हैं।
जस्टिन लैंगर: लेहमन के बाद ऑस्ट्रेलिया टीम के अपने जमाने के धाकड़ बल्लेबाज जस्टिन लैंगर को इस पद के लिए सबसे अनुकूल माना जा रहा है। आपको बता दें की कंगारूओं के तरफ से 105 टेस्ट खेल चुके लेंगर अपने देश के कुछ डोमेस्टिक टीम के भी कोच रह चुके हैं। लैंगर की ही सफल कोचिंग की बदौलत टीम स्कॅाचर्स 3 बार बिग बैश लीग का खिताब अपने नाम कर चुकी है। लेहमन से पहले क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने लैंगर को दो बार राष्ट्रीय टीम के साथ जुड़ने का मौक मिल चुका है।
रिकी पोंटिंग: दो बार ऑस्ट्रेलिया को विश्व कप जीता चुके पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग का नाम भी इस लिस्ट में हैं। अपने करियर में उन्होंने 8 साल तक ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट टीम की कप्तानी की थी । साथ ही साथ वो ऑस्ट्रेलिया के तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। जस्टिंग लैंगर के साथ इस महान खिलाड़ी को भी श्रीलंका के खिलाफ टी-20 सीरीज में टीम की असिस्टेंट कोच के पद का दारोमदार मिल चुक है। वहीं IPL में भी पोंटिंग मुंबई इंडियंस की कप्तानी कर चुके हैं। जिसमे इनकी टीम 2015 में विजयी हुई थी।
जेसन गिलेस्पी: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज और 2003 में विश्व कप की विजयी टीम का हिस्सा रहे जेसेन गेलस्पी को भी इस टीम का कोचिंग पद सौंपा जा सकता है। गिलेस्पी ने अपनी कोचिंग प्रतिभा को बार-बार साबित किया है। उनकी कोचिंग में यॅार्कशायर 2014 और 2015 काउंटी खिताब अपने नाम किया था। फिलहाल गिलेस्पी ससेक्स के साथ जुड़े हुए हैं ।
टॉम मूडी: 2001 में क्रिकेट को अलविद कह चुके टॅाम मूडी कई अलग-अलग टीम की कोचिंग कर चुके हैं। उन्होंने कंगारूओं को 76 वनडे और 8 टेस्ट में अपनी सेवाएं दी हैं। ये तो मूडी को कोचिंग ही थी जिसने 2007 में श्रीलंका को उपविजेता बनाया। आपको बता दें की विश्व की सबसे प्रसिद्ध क्रिकेट लीग में वो अपना जलवा बिखेर चुके हैं। इस दिग्गज की ही कोचिंग में सनराइजर्स हैदराबाद ने 2016 में पहली बार ये खिताब अपने नाम किया। इन सब दिग्गज के साथ मूडी ऐस नाम हैं जो ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट को बुलंदियों पर पहुंचा सकते हैं।
ट्रेवर बेलिस: एक ऐसा खिलाड़ी जो आज तक ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्रीय टीम से नहीं जुड़ा। लेकिन वो दिग्गज इंग्लैंड टीम का हेड कोच है। हम बात कर रहे हैं ट्रेवर बेलिस को जो इंग्लैंड के साथ-साथ श्रीलंका टीम के कोचिंग स्टाप का हिस्सा रह चुके हैं। 2019 में इंग्लिश क्रिकेट के अनुबध खत्म हो जाएगा। लेकिन अगर उन्हें ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट कोचिंग की जिम्मेदारी देता है तो वो इस अनुबंध को अपने कार्यकाल से पहले समाप्त कर देंगे।