आइपीएल में 11 मई को चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच होने वाले मुकाबले में राजस्थान की टीम नीली नहीं गुलाबी जर्सी पहनकर मैदान पर उतरेगी। राजस्थान रॉयल्स कैंसर के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए ऐसा करेगी। आईपीएल में दो साल बाद वापसी कर रही राजस्थान रॉयल्स की अब तक की परफार्मेंस काफी खराब रही है। शुरुआती मैच हारने के बावजूद हालांकि राजस्थान की प्ले ऑफ में पहुंचने की उम्मीदें जरूर जिंदा है लेकिन इसके लिए भी उन्हें दूसरी टीमों की जीत-हार का समीकरण देखना पड़ रहा है।
कैंसर आउट के लिए रॉयल्स हुए गुलाबी
राजस्थान रॉयल्स द्वारा टाटा ट्रस्ट के सहयोग से आरंभ किए गए राज्यव्यापी ‘कैंसर आउट’ अभियान को बढ़ावा देने के लिए फ्रेंचाइजी ने बुधवार को अपने आगामी मैचों के लिए एक विशेष जर्सी का अनावरण किया। राजस्थान और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच 11 मई को होने वाला मैच ‘कैंसर आउट’ अभियान के हिस्से के रूप में सभी के बीच कैंसर की शीघ्र जांच को लोकप्रिय बनाने के उद्देश्य के लिए समर्पित होगा।
इसकी शुरुआत करते हुए राजस्थान के कप्तान, हेनरिक्स क्लासेन, कृष्णप्पा गौतम और महिपाल लोमरोर ने एक अस्पताल जाकर अपनी-अपनी जांच करवाई। रॉयल्स के कप्तान रहाणे ने कहा कि एक खिलाड़ी होने के नाते मुझे लगता है कि यह पहल कैंसर मुक्त समाज की दिशा में एक छोटा और महत्वपूर्ण कदम है। मुझे आशा है कि हम अधिक से अधिक जागरूकता पैदा करने के लिए अपनी पूरी क्षमता के साथ प्रदर्शन करेंगे।
लागों में व्यापक जागरुकता लाने के लिए राजस्थान की टीम शुक्रवार को तीन रंगों गुलाबी, चैती और पर्पल में मैदान में उतरेगी। गुलाबी रंग स्तन कैंसर, पर्पल रंग मुंह के कैंसर और चैती रंग गर्दन के कैंसर का प्रतीक है। राजस्थान के कैंसर के खिलाफ अभियान में राज्य सरकार, नेशनल कैंसर ग्रिड, इंडियन कैंसर सोसायटी और इंडियन डेंटल एसोसिएशन भी साथ हैं।