टीम इंडिया में जिस तरह से एक समय ऊँगली वाले स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और सर रवीन्द्र जडेजा का सिक्का चलता था. ठीक उसी तरह अब समय ऊँगली से कलाई वाले स्पिनरों का आ गया है. जिसमे कुलदीप यादव और यजुवेंद्र चहल की जोड़ी ने तहलका मचा रखा है. इन दोनों ने जबसे टीम में जगह बनाई है तबसे टीम इंडिया अपने स्टार गेंदबाज आश्विन और सर जडेजा को वन-डे व टी-20 में भूल सा गयी है. जिसको लेकर आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में तीसरे नंबर पर चल रहे गेंदबाज आर. आश्विन ने एकबार फिर से विश्वकप खेलने का सपना संजो लिया है.
अश्विन से वनडे में उनकी भूमिका को लेकर लगातार सवाल किए जाते हैं. हाल ही में तमिलनाडु प्रीमियर लीग के दौरान भी उनसे मीडिया ने इस संबंध में सवाल पूछे. उन्होंने कहा, “हर खिलाड़ी की ये तमन्ना होती है कि वो नीली जर्सी पहने. मैं भी एक बार फिर नीली जर्सी पहनकर विश्वकप खेलना चाहता हूं. पर ये मेरे हाथ में नहीं है. ये इस बात पर निर्भर करता है कि टीम मैनेजमेंट और चयनकर्ता मेरे बारे में क्या सोचते हैं.”
अश्विन बोले, ” मैं केवल अपने खेल को इंज्वाय कर रहा हूं. खुद को मानसिक और शारीरिक रूप से फिट रखते हुए मैदान पर उतरता हूं. मैं केवल ये सोचता हूं कि अपने खेल पर फोकस रखूं. अगर मुझे मौका मिलता है तो इसे दोनों हाथों से लपक लूं.”
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गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका दौरे पर कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल की जोड़े ने शानदार प्रदर्शन किया. दोनों अपनी फिरकी के जाल में दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों को आसानी से फंसा कर उनका विकेट निकाले थे. इस शानदार गेंदबाजी के दम पर वनडे और टी-20 में दोनों ने अश्विन को रिप्लेस कर दिया. आयरलैंड के खिलाफ पहले टी-20 मैच में भी कुलदीप यादव ने चार और युजवेंद्र चहल ने तीन विकेट निकाल विरोधी टीम को वापसी का कोई मौका नहीं दिया.