आईपीएल 2018
IPL में मिड सीजन ट्रांसफर शुरु, जानिए कैसे काम करेगा ये फंडा और किसकी बदल सकती है किस्मत!
By Cricshots Team - May 1, 2018 11:32 am
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आईपीएल 2018 में मिड सीजन ट्रांसफर प्रक्रिया शुरु हो गई है। 10 मई तक चलने वाली इस प्रक्रिया में खिलाड़ियों की अदला-बदली होगी। फ्रेंचाइजी अपने पसंदीदा खिलाड़ी को दूसरी टीम से खरीद सकती हैं। इस नियम के तहत कैप्ड और अनकैप्ड दोनों तरह के खिलाडिय़ों को एक-दूसरी टीम में शामिल किया जा सकता है। हालांकि इस नियम के तहत उन्हीं कैप्ड खिलाडिय़ों का ट्रांसफर हो सकेगा, जिन्होंने अब तक दो या फिर उससे कम मैच खेले हैं। जबकि किसी भी खिलाड़ी का ट्रांसफर तभी हो सकता है जब दोनों टीमों के साथ-साथ खिलाड़ी भी इसके लिए तैयार हो। यह प्रक्रिया 29 अप्रैल से लेकर 10 मई तक चलेगी।

कैसे काम करता है ये मिड सीजन ट्रांसफर

आईपीएल 2018 का कारवां अपना आधा सफर पूरा कर चुका। अबतक के अंकतालिका के हिसाब से चेन्नई सुपर किंग्स सबसे टॉप टीम और दिल्ली डेयरडेविल्स सबसे फिसड्डी टीम साबित हुई है। ऐसे में जो टीमें मैच जीतने में असफल रही हैं उनके पास नए खिलाड़ियों को टीम में शामिल करने का बढ़िया अवसर मिला है। बीसीसीआई ने आईपीएल इतिहास में पहली बार मिड सीजन ट्रांसफर प्रक्रिया शुरु की है, जिसमें दो फ्रेंचाइजी आपस में खिलाड़ियों की अदला-बदली कर सकती हैं।अगर किसी फ्रेंचाइजी को लगता है कि दूसरी टीम का खिलाड़ी उनके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है तो वे अपने एक खिलाड़ी के बदले दूसरे को खरीद सकते हैं। क्रिकेट के किसी टूर्नामेंट या लीग में ‘मिड सीजन ट्रांसफर’ पहली बार हो रहा है। अभी तक यह फुटबॉल लीग में पॉपुलर था मगर आईपीएल 11 के जरिए क्रिकेट में इसका आगाज हो रहा है।

इन मुख्य खिलाड़ी का हो सकता है ट्रांसफर

इस नियम की सबसे पहले मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा ने तारीफ की है। इस नियम के अनुसार रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के मोईन अली, मुंबई इंडियंस के जेपी डुमिनी, सनराइजर्स हैदराबाद के एलेक्स हेल्स, राजस्थान रॉयल्स के इश सोढ़ी और दिल्ली डेयरडेविल्स के संदीप लामिछाने इस नियम के कारण फ्रैंचाइजी प्रबंधन फायदा उठा सकता है। हालांकि इसके लिए खिलाड़ी का सहमत होना जरूरी है।

2016 में पहली बार रखा गया था मिड सीजन ट्रासफर का प्रस्ताव

बता दें कि मिड सीजन ट्रांसफर ईपीएल या ला लीगा में काफी समय से प्रयोग में है। आईपीएल में इसकी मांग पहली बार 2016 में हुई थी। उस वक्त डेल स्टेन को पूरा सीजन बेंच पर बैठकर गुजारना पड़ा था। इसके बाद यह मुद्दा आईपीएल गवर्निंग काउंसिल के सामने उठा था। वहां पर रोहित शर्मा ने इसका समर्थन किया था। कहा गया था हर टीम के पास अधिकतम 25 खिलाड़ी होते हैं लेकिन इसमें खेलते सिर्फ 18-19 है ऐसे में बेंच पर बैठे खिलाडिय़ों को दूसरा मौका जरूर मिलना चाहिए।