ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैण्ड के बीच पांच वन-डे मैचो की सीरीज जारी है. जिसके दूसरे मैच में भी इंग्लैण्ड ने ऑस्ट्रेलिया को धूल चटा दी है. दूसरा मुकबला कार्डिफ में खेला गया. जिसमे इंग्लैण्ड के बल्लेबाजो ने ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों की कमर तोड़ते हुए 50 ओवरों में 343 रनों का लक्ष्य दिया. जिसके जवाब में मेहमान टीम अच्छी लड़ाई करते हुए 304 रन पर आल-आउट हो गयी. ऐसे में नियमित कप्तान इयोन मॉर्गन के इस मैच में न खेलने के कारण जॉस बटलर इंग्लैण्ड के नए कप्तान बने.
इस तरह करीब दो साल बाद फिरसे इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज जॉस बटलर को टीम की कप्तानी करने का मौका मिला. इससे पहले साल 2016 में उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ वनडे सीरीज में टीम की कप्तानी की थी. इस मैच में बटलर ने शानदार कप्तानी पारी खेलते हुए नाबाद 70 गेंद पर 91 रन बनाए.
बटलर ने कहा, ” मैने कप्तानी को काफी इंज्वाय किया. उपकप्तान होने पर आप केवल सलाह देते हैं. कप्तान के पास काफी जिम्मेदारी होती है. दुनिया की टॉप वनडे टीम की कप्तानी का बोझ मुझपर ज्यादा नहीं रहा क्योंकि मेरे साथ अच्छे सीनियर खिलाड़ी टीम में मौजूद थे. सभी को पता था कि उन्हें क्या करना है.”
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बटलर ने कहा, ” ये आम धारणा है कि विकेटकीपर को काफी एकाग्रता की जरूरत होती है. ऑस्ट्रेलिया के कप्तान टिम पेन भी विकेटकीपर हैं. मुझे ऐसा नहीं लगा कि विकेटकीपर होते हुए कप्तानी करना मुश्किल काम है.”
बटलर ने राजस्थान रॉयल्स की तरफ से खेलते हुए आईपीएल में लगातार पांच मैचों में अर्धशतक जमाया था. जिसके चलते उन्होंने वीरेंद्र सहवाग के रिकॉर्ड को बराबरी थी. आईपीएल से शुरू हुई बटलर की शानदार फॉर्म अभी तक जारी है. ऑस्ट्रेलिया सीरीज से पहले इन्होने पाकिस्तान के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज में जगह भी मिली. जिसमे उन्होंने शानदार मैच जीताऊ पारी भी खेली थी. इस तरह बटलर की दो साल बाद टेस्ट टीम में वापसी हुई थी.