#2. बल्लेबाजी के साथ केन की कप्तानी
आईपीए-11 की शुरुआत से ही इसे सभी गेंदबाजों की टीम बता रहे थे. जिसका कारण इस साल इनके कप्तान डेविड वार्नर का बाल टेम्परिंग विव्वाद की वजह से ना खेल पाना भी माना जा रहा था. हालांकि नए कप्तान बने न्यूजीलैंड के भरोसेमंद बल्लेबाज केन विलियम्सन ने टीम की जिम्मेदारी को बखूबी सम्हाला.
हैदराबाद के पास इस समय टॉप आर्डर में शिखर धवन, रिद्धिमान शाह, केन विलियम्सन वही मिडिल आर्डर में शाकिब एल हसन, दीपक हूडा, युसूफ पठान और बल्लेबाजी को गहराई प्रदान करते राशिद खान शामिल है. जिसको देखने के बाद ये कहा जा सकता है की ये बल्लेबाज आसानी से किसी भी टीम के गेंदबाज को छकाने के लिए पर्याप्त मात्रा में है.
वही दूसरी ओर केन विलियम्सन की कप्तानी की इस बार सभी ने काफी तारीफ की है. इतना ही नहीं उनमे भी धोनी की तरह कूल रहने वाली शक्ति विराजमान है. ऐसा कई दिग्गजों ने इस बार कहते हुए उनकी कप्तानी की सराहना भी की है. केन ने मैच के कई अहम मौके पर बड़ी सूझ-बुझ से फैसले लिए और अपनी बेंच स्ट्रेंथ का भी काफी अच्छे से फायदा उठाया है. जिसके चलते फाइनल में कूल VS कूल कप्तानो के बीच काफी रोमांचक तकरार देखने को मिलेगी.