आईपीएल-11 अगर किसी खिलाडी के नाम रहा है तो वो है दिल्ली का खतरनाक बल्लेबाज ऋषभ पंत. ऋषभ ने इस साल अपने बल्ले और विकेट कीपिंग दोनों से सभी का दिल जीत लिया है. इसके साथ एक और युवा बल्लेबाज संजू सैमसन ने भी हर बार की तरह इस बार भी अपने बल्ले और विकेटकीपिंग से प्रभावित किया है. जिसके बाद भारत के कई पूर्व दिग्गज खिलाडियों ने इन दोनों की तारीफ भी की है.
इसी कड़ी में पूर्व भारतीय विकेटकीपर सैयद किरमानी दोनों के ही प्रशंसक हैं और उनका मानना है कि अगर ये दोनों ठीक से तरह से तैयार होते हैं, तो वे लंबे समय तक भारत के लिए क्रिकेट खेल सकते हैं . 68 वर्षीय किरमानी ने ने कहा हैं कि, “युवा विकेट-कीपर संजू और ऋषभ जैसे अन्य लोगों, जिन्हें U-19 टीमों में शामिल किया जा रहा है, को वास्तव में अच्छा बनने के लिए उनके मापदंड प्रक्रिया में हैं .”
“ये दोनों बहुत ही अच्छा कर रहे हैं, लेकिन उनके पास सुधार करने के लिए भी बहुत कुछ है जो केवल अनुभव के साथ ही सीखा ज सकता हैं. उन्हें गुणवत्ता वाले स्पिनरों को अलग-अलग परिस्थितियों और पिचों में और अधिक क्रिकेट खेल कर अनुभव हासिल करना चाहिए .”
किरमानी ने आगे कहा हैं कि, “घरेलू टूर्नामेंट में संजू और ऋषभ को अच्छे से तैयार किया जाना चाहिए. लेकिन इसे लंबे समय तक जारी रखना होगा. आप सिर्फ एक सीजन के प्रदर्शन पर विचार नहीं कर सकते हैं. तब केवल आप ही जान पाएंगे कि वे कहां खड़े हैं. आईपीएल में खेले जाने वाले असाधारण स्ट्रोक्स की तरह, मुझे नहीं लगता कि वह टेस्ट, चार दिवसीय या 50 ओवरों के मैचों में भी खेलेंगे.”
इसके बाद उनके बल्लेबाजी शैली में आये बदलाव को देखते हुए किरमानी ने कहा,”ग्रूमिंग बहुत महत्वपूर्ण है. यह एक खिलाड़ी को अनुभव और आत्मविश्वास प्राप्त करने में मदद करता है. अगर वे लंबे समय तक खेलना चाहते हैं, तो उन्हें बहुत कुछ सीखना होगा. मैंने कई युवाओ को जंगल जाते हुए देखा हैं, जिसका कारण पैसो कि शक्ति इत्यादि हैं.”
किरमानी ने आगे कहा कि सीमित ओवरों में, एमएस धोनी से अच्छा विकेट-कीपिंग के लिए सही व्यक्ति अभी कोई नहीं हैं और उन्हें तब तक खेलना जारी रखना चाहिए जब तक वह खेलना चाहते हैं .
उन्होंने कहा कि, “प्रत्येक टीम के पास दो वास्तविक विशेषज्ञ विकेटकीपर होना चाहिए, न कि एक अस्थायी खिलाड़ी. धोनी को तब तक खेलना जारी रखना चाहिए जब तक कि वह खेलना चाहते हैं. लेकिन ऐसे में उनका समर्थन करने के लिए एक दूसरा विकेटकीपर भी होना चाहिए. दिनेश कार्तिक, पार्थिव पटेल और रिद्धिमान साहा, ये लोग भी बहुत अनुभवी हैं.”
आईपीएल 11 में पंत ने मचाया धमाल
इस तरह किरमानी ने ये साफ़ कर दिया है अगर ऋषभ पंत इस तरह का खेल दिखाते रहे. तो वो दिन दूर नहीं जब वो वन-डे क्रिकेट में महेंद्र सिंह धोनी के स्थान पर खड़े दिखाई देंगे. हालांकि पंत के लिए अभी दिल्ली बहुत दूर है. उन्हें अभी और मेहनत करनी होगी अपनी प्रतिभा को और निखारना होगा. सिर्फ आईपीएल ही नहीं बल्कि घरेलु सीजन में भी कमाल की बल्लेबाजी करनी होगी. बता दे की इस साल आईपीएल 11 में पंत ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम से 14 मैच खेलते हुए 684 रन जड़ डालें है. जो की आईपीएल के एक सीजन के इतिहास में किसी विकेटकीपर बल्लेबाज के सबसे ज्यादा रन है.