आईपीएल-11 में रिकी पोंटिंग के सरंक्षण वाली दिल्ली डेयर डेविल्स इस साल भी अंकतालिका में सबसे निचले पायदान पर रही. दिल्ली के साथ इस साल काफी कुछ उलट-पलट भी हुआ. पहले उनके कप्तान गौतम गंभीर ने कप्तानी बीच में कप्तानी छोड़ी. जिसके बाद भी दिल्ली की किस्मत नहीं बदली. इतना ही नहीं इस साल टी-20 के धुआदार बल्लेबाज जाने वाले ग्लेन मैक्सवेल भी कुछ ख़ास नहीं कर पाये. जिसके कारण दिल्ली को काफी नुकसान उठाना पड़ा है. ऐसे में मैक्सवेल की फॉर्म से चिंतिंत हो कर दिल्ली के कोच रिकी पोंटिंग ने खुद उनके बारे में बताया है.
नहीं मिली मैक्सवेल को उनकी फॉर्म

बता दे की मैक्सवेल ने इस साल आईपीएल 11 के 12 मैचो में सिर्फ 169 रन बनाये है. इन 12 पारियों में एक भी बार मैक्सवेल ने प्रभावित नहीं किया. उनके हमवतन कोच पोंटिंग ने मैक्सवेल को हर एक नंबर पर मौका दिया. मगर मैक्सवेल अपनी खोयी हुई फॉर्म को बल्ला पकड़कर पूरे सीजन ढूँढ़ते ही रह गये. मैक्सवेल को इतने ज्यादा मौके दिए जाने पर पोंटिंग ने कहा, “अगर आप हमारे सभी विदेशी खिलाड़ियों को देखेंगे तो उनमे सबसे खतरनाक और मैच जीताऊ मैक्सवेल ही नज़र आते है. यही कारण था की पूरे सीजन हम उन्हें मौका देते चले गये.”
आकड़ें बयाँ करते मैक्सवेल की ताकत को
210 टी-20 मैच खेल चुके अनुभवी मैक्सवेल कभी इतनी खराब फॉर्म से गुजरेंगे ऐसी उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी. इन 210 मैचो में मैक्सवेल ने नंबर 5 पर 48 बार बल्लेबाजी की है. जिस दौरान उनका औसत 24.20 का था. वही जैसे ही एक नंबर आगे बढ़ कर 4 पर जब बल्लेबाजी करने आते है तो इनका औसात थोडा और बढ़ जाता है. 74 बार नंबर चार पर बल्ल्लेबाजी कर चुके मैक्सवेल का औसत 26.80 का रहा. इसके बाद मैक्सवेल ने 34 बार ओपनिंग की है. जिस दौरान इनका औसत 25.40 का रहा है.
पोंटिग ने हर नंबर पर खिलाया मैक्सवेल को

दिल्ली की टीम ने पहले मैक्सवेल को नंबर चार पर आजमाया. जिसके बाद उन्हें अपने दोस्त आरोन फिंच की शादी में वापस अपने वतन जाना पड़ा. इस बीच में खतरनाक फॉर्म में चल रहे ऋषभ पंत ने नंबर चार पर अपना खूंटा गाड दिया. अब दोस्त की शादी के बाद वापस लौटे मैक्सवेल को पोंटिंग ने नंबर पांच पर खिलाया. नंबर पांच मैक्सवेल का टी-20 में बेस्ट पोजीशन माना जाता है. लेकिन इस स्थान पर भी मैक्सवेल से कुछ न होता देख पोंटिंग ने उनसे ओपन कराना शुरू कर दिया. ऐसे में पृथ्वी शॉ के साथ ओपन करने के बाद भी मैक्सवेल का बल्ला रनों के लिए तरसता रहा.
आईपीएल 11 से पहले की शानदार बल्लेबाजी
हालांकि आईपीएल 11 से पहले इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के खिलाफ विक्टोरिया टी-20 तराई सीरीज में मैक्सवेल को मैंन ऑफ द सीरीज भी मिली थी. मगर अचानक वैल्यू फॉर मनी वाले गेम आईपीएल में वो अपनी फॉर्म से झूझते हुए दिखे. अपनी खराब फॉर्म के चलते मैक्सवेल अक्सर रिकी पोंटिंग से बात करते हुए दिखे. इस दौरान उन्होंने पोंटिंग से कहा, “मैं अपनी खराब फॉर्म से काफी परेशान हूँ. मुझे समझ नहीं आ रहा की मुझे इस समय क्या करना चाहिए. मैंने अपनी फ्रेंचाइसी का दिल दुखाया है.”
कही आईपीएल खो न दे मैक्सवेल को

गौरतलब है की मैक्सवेल ने आईपीएल 2016 में पंजाब की टीम से खेलते हुए फिफ्टी मारी थी. उसके बाद से इनका बल्ला इस टूर्नामेंट में सुखा ही रहा है. ऐसे में सबसे बड़ी चिंता का विषय ये है की मैक्सवेल अब आईपीएल में अगले साल दिखेंगे भी या नहीं. क्योंकि आईपीएल में वही खिलाड़ी बिकता है जिसका बल्ला चलता है. अब मैक्सवेल का बल्ला दुनिया की सबसे बड़ी टी-20 लीग में पिछले 2 साल से खामोश पड़ा है. अब डर है की दुनिया में टी-20 स्पेशलिस्ट बल्लेबाजों की सूची में अपना नाम दर्ज कराने वाले मैक्सवेल, जैसे बल्लेबाज का आईपीएल में सफर कही खत्म ना हो जाए.