भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के जैसा दूसरा मैच फिनिशर खिलाड़ी अभी तक तो भारतीय क्रिकेट को नहीं मिला है. ऐसे में धोनी खुद भी चाहते है की उनके जैसा कोई खिलाड़ी निकल कर आये. जिससे जब धोनी क्र्सिएक्त को अलविदा कहे तो उनके स्थान को भरने के लिए कोई न कोई बल्लेबाज तैयार रहे. जिसके चलते धोनी अक्सर युवा खिलाडियों से अपने अनुभव साझा किया करते है. उन्हें मैच को किस तरह से अंत तक ले जाकर जीतना है इसकी कला का ज्ञान भी देते रहते है. मगर इन सबके बावजूद अभी धोनी के जैसा खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट को नहीं मिला है. इसी कड़ी में अब धोनी ने एक अच्छा फिनिशर कैसा बना जाए इसके बारे में बताया है.
धोनी ने हाल ही में अपने चिरपरिचित अंदाज में आईपीएल के 11वें सीजन के 24वें मुकाबले में आरसीबी के खिलाफ छक्का मार कर चेन्नई की टीम को मैच जीताया था. इस मैच में धोनी ने एक बेहतरीन फिनिशर के तौर पर शानदार पारी खेलते हुए मैच को आरसीबी के जबड़े से छीन लिया. जिसमें मैच के बाद हुई प्रेस वार्ता में धोनी ने एक अच्छे फिनिशर में क्या गुड़ होने चाहिए इसके बारे में खुलासा किया है.
धोनी ने मैच के बाद कहा, “जब आप बल्लेबाजी कर रहे हैं, तो जरूरी है कि दूसरे छोर पर मौजूद बल्लेबाज की भी मदद करें. उन्हें बताएं कि गेंदबाज आपकी बल्लेबाजी शैली के खिलाफ कौन सी रणनीति अपना सकता है. एक फिनिशर का काम मैच को फिनिश करने के साथ-साथ अपने साथी बल्लेबाज से मैदान पर रन बनाने को लेकर चर्चा करना भी है. मैदान पर ये चीजें बहुत मायने रखती हैं.”
कल के मैच की फिनिशर बनने की कहानी
आपको बता दे कल के मैच में आरसीबी ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 205 रन बनाये. जिसके जवाब में चेन्नई की टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही ओर उनके 4 विकट सिर्फ 74 रन पर गवां दिए. इस समय चेन्नई की टीम को 66 गेंदों में 132 रन बनाने थे. अब धोनी ने यहाँ से अपनी पारी के साथ-साथ उनके सामने मौजुद बल्लेबाज अंबाती रायडू को भी सलाह देनी शुरू की. जिसका नतीजा ये रहा की दोनों बल्लेबाज शतकीय साझेदारी करते हुए मैच के करीब पहुँच गये. इसके बाद रायडू रन आउट हो गये और बल्लेबाजी करने ड्वेन ब्रावो आये. हालांकि रायडू के आउट होने तक मैच पूरी तरह से चेन्नई के पकड़ में आ चुका था.
आखरी ओवर का कमाल
आखरी ओवर में चेन्नई को जीत के लिए मात्र 16 रन चाहिए थे और स्ट्राइक पर ब्रावो थे. उसके बाद ब्रावो ने अपनी बहादुरी दिखाते हुए मैच पहली दो गेंदों पर चौका ओर छक्का जड़ डाला. उसके बाद एक रन लेकर स्ट्राइक धोनी को दे दी. अब धोनी ने स्ट्राइक पर आते ही मिड ऑफ पर अपना सिग्नेचर शॉट खेलते हुए एक लम्बा छक्का मारा. इस तरह चेन्नई ने शानदार अंदाज में मैच को जीत लिय.
इस तरह 34 गेंदों पर एक चौके और सात छक्के की मदद से 70 रन की नाबाद पारी खेल्लने के बाद धोनी ने कहा, ‘’यह जरूरी है कि आपके दिमाग में हमेशा यह बात रहे कि कितने ओवर बचे हैं और इन डेथ ओवरों में कौन गेंदबाजी करेगा. साथ यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि उस विकेट पर कौन गेंदबाज सबसे अच्छी गेंदबाजी कर सकता है, जिसे आप गेंद सौपना चाहेंगे. इसमें आप को जीत या हार मिल सकती है, लेकिन ऐसे समय पर सही फैसले लेना बहुत जरूरी है.’
इस तरह धोनी ने मैच को खत्म कैसे करना है. उसका अपना अनुभव साझा करते हुए युवाओं को एक अच्छा फिनिशर बनने की सलाह दी.