गौतम गंभीर ने अपनी कप्तानी में कोलकाता नाईटराइडर्स को दो बार आईपीएल चैंपियन बनाया था. जिसके बाद कोलकाता ने उनकी वर्तमान फॉर्म अच्छी न देखते हुए इस बार अपनी टीम में रिटेन तक नहीं किया था. इस प्रकार नीलामी में उन्हें इस साल दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम ने खरीदा. गंभीर को दिल्ली की फ्रेंचाईसी ने खरीदते ही कप्तान भी घोषित कर दिया था. इसकी एक वजह ये भी थी की दिल्ली की टीम पिछले दस सालों में कुछ ख़ास नहीं कर पा रही थी. इस कारण उसने गंभीर के आईपीएल में प्रदर्शन को देखतें हुए उन्हें कप्तानी की जिम्मेदारी सौप दी.
क्या गंभीर छोड़ सकते है कप्तानी ?
दिल्ली की टीम ने इस बार कप्तान और खिलाड़ी दोनों को लगभग पूरी तरह से बदल तो दिया लेकिन उनकी किस्मत नहीं बदली. इस बार आईपीएल 11 भी दिल्ली के लिए कुछ ख़ास नहीं जा रहा है. दिल्ली ने अभी तक इस बार 6 मैच खेले जिसमे से मात्र 1 मैच ही जीत पाये है. इस वजह से दिल्ली की टीम आईपीएल अंकतालिका में सबसे निचले पायदान पर है. जिसके बाद अब दिल्ली के कप्तान गौतम गंभीर की कप्तानी और उनके प्रदर्शन पर सवालिया निशान खड़े होने लगे है. अगर गंभीर की वर्तमान फॉर्म की बात की जाये तो पिछली चार पारियों में उनके बल्ले से 15, 8, 3 और 4 रन ही निकले है. इस तरह गंभीर की कप्तानी और बल्लेबाजी दोनों से दिल्ली की टीम को कोई फायदा नहीं हो रहा है.
तो अब सवाल ये उठता है की क्या दिल्ली के भले के लिए गंभीर खुद को टीम से बाहर करेंगे या फिर कप्तानी छोड़ कर किसी और को दे देंगे ?
अगर गंभीर इनमे से कोई फैसला लेते है तो आईपीएल इतिहास में ऐसा पहली बार नहीं होगा जब किसी खिलाड़ी ने टूर्नामेंट के बीच में कप्तानी छोड़ दी हो. इससे पहले भी कई खिलाडियों ने ऐसा किया है.
आइये आपको बताते है उनके बारे में:-
#1. कुमार संगाकारा
साल 2012 के आईपीएल सीजन में कुमार संगाकारा हैदराबाद की डेक्कन चार्जर्स टीम के कप्तान थे. जिसके बाद शुरुआत के कुछ मैचो में उनका बल्ला पूरी तरह से खामोश जा रहा था. वो अपनी टीम के लिए कप्तानी और बल्लेबाजी दोनों से कुछ ख़ास नहीं कर पा रहे थे. जिसके बाद अपनी टीम के भले के लिए सोचते हुए उन्होंने कप्तानी छोड़ने का फैसला किया. जिसके बाद हैदराबाद टीम की कमान ऑस्ट्रेलिया के कैमरन व्हाइट को दे दी गयी. मगर ये फैसला ज्यादा कामगर साबित नहीं हुआ और हैदराबाद नौ टीमो की प्रतिस्पर्धा में आठवे स्थान पर ही रही.