बॉल टेम्परिंग के बाद बैन झेल रहे ऑस्ट्रेलिया के उपकप्तान डेविड वार्नर अब वेस्ट इंडीज में कैरिबियन प्रीमीयर लीग में अपना जलवा दिखाते हुए नजर आयेंगे. सीपीएल की टीम सैंट लूसिया स्टार्स ने वार्नर को 2018 सीजन के लिए साइन किया है. वेस्टइंडीज के पूर्व खिलाड़ी और सैंट लूसिया के कप्तान डैरन सैमी ने ट्वीट कर इस बात की पुष्टि की है. ऐसे में सैंट लूसिया की टीम को अप[ने घरेलू मैदान नेशनल क्रिकेट स्टेडियम, ग्रॉस आइसलेट में काफी मैच खेलने है.
इसी मैदान पर हाल ही में वेस्टइंडीज और श्रीलंका के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के दौरान बॉल टैंपरिंग की घटना हुई. आईसीसी का आरोप है कि मैच के दूसरे दिन श्रीलंकाई टीम के कप्तान दिनेश चांदीमल ने गेंद की स्थिति बदलने की कोशिश की. बॉल टैंपरिंग की वजह से पहले से बदनाम वार्नर ने मामले पर चुटकी ली. वार्नर ने सैमी को जवाब देते हुए ट्वीट किया, “आपका शुक्रिया, मैं उस मशहूर स्टेडियम में खेलने का इंतजार नहीं कर सकता.”
Thanks legend, I look forward to playing at that famous stadium mate 😂😂🙏🙏. @darrensammy88 https://t.co/6JEp6cPBND
— David Warner (@davidwarner31) June 17, 2018
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इस तरह श्रीलंका पर लगा है बॉल टेम्परिंग आरोप

बॉल टैंपरिंग का मामला मैच के तीसरे दिन सामने आया जब अंपायर अलीम दार और इयान गाउल्ड ने दिन का खेल शुरू होने से ठीक दस मिनट पहले श्रीलंका टीम को इसकी जानकारी दी और वेस्टइंडीज टीम को 5 पेनल्टी रन देने की बात कही. श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने अंपायर की मांग का विरोध करते हुए मैदान पर आने से इंकार कर दिया. करीबन दो घंटे बाद जब मैच रेफरी जवागल श्रीनाथ और अंपायरों ने मिलाकर श्रीलंका टीम को चेतावनी दी. तब जाकर वो मैदान में वापस आये.
आईसीसी ने चांदीमल को कोड ऑफ कंडक्ट के आर्टिकल 2.2.9 के तहत दोषी करार दिया है. मैच खत्म होने के बाद उन्हें जरूरी सजा दी जाएगी, क्योंकि उन्हें अपनी जेंब से मिठाई खाते हुए और उसके बाद जीभ में मौजूद सलाइवा से गेंद को चाटते हुए देखा गया है. जिसके बाद उन पर बॉल टेम्परिंग के आरोप लगे है. हालांकि श्रीलंकाई कप्तान दिनेश चांदीमल ने आरोपों को खारिज किया है.