
आईपीएल 11 के 5वें मुकाबले में आज एक बार फिर से चेन्नई सुपर किंग्स ने हाथ से फिसलते हुए मैच को जीत में तबदील कर दिया। 203 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए चेन्नई ने बेहद रोमांचक मैच के आखिरी गेंद पर जीत हासिल की औप अपने विजयी अभियान को जारी रखा। पिछले मैच की तरह ही इसबार फिर जीत में ड्वेन ब्रावो का अहम योगदान रहा लेकिन जीत का ज्यादा श्रेय जाता है सैम बिलिंग्स को जिन्होंने मुश्किल समय में 56 की पारी खेलकर टीम को जीत के नजदीक पहुंचाया।
चेन्नई ने की सधी हुई शुरुआत
203 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करने के लिए टीम को जैसी शुरुआत की जरूरत थी, शेन वॉटसन और अंबाती रायुडू की सलामी जोड़ी ने टीम को वैसी ही शुरुआत दिलाई। इन दोनों बल्लेबाजों ने पहले विकेट के लिए 75 रनों की अर्धशतकीय साझेदारी निभाई। टइस दौरान दोनों बल्लेबाजों के बल्ले से कुछ अच्छे शॉट्स देखने को मिले। टीम का स्कोर जब 75 था तब 5वें ओवर की आखिरी गेंद पर कुर्रन ने वॉटसन को पहला शिकार बनाया और अपनी टीम को पहली सफलता दिलाई। वॉटसन के जाने के बाज टीम के कुल योग में 10 रन ही जुड़े थे कि टीम केकेआर के स्टार स्पिनर कुलदीप यादव ने रायुडू को 39 रन के स्कोर पर आउट किया।
सैम बिलिंग्स-एमएस धोनी के जगाई जीत की उम्मीद
दो विकेट गिरने के बाद क्रीज पर मौजूद थी कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और सुरेश रैना की जोड़ी। हालांकि ये जोड़ी लंबी साझेदारी बनाने में असफल रही और रैना 14 रन बनाकर सुनील नरेन के शिकार बने। रैना के बाद धोनी का साथ देने आए सैम बिलिंग्स। दोनों ने 203 रनों के विशाल लक्ष्य की अहमियत को समझते हुए रनों की गति को बढ़ाया। दोनों के बीच चौथे विकेट के लिए 54 रनों की साझेदारी हुई। बिलिंग्स 23 गेंदों में 2 चौके और 5 शानदार छक्कों की मदद से 56 के निजी स्कोर पर पहुंचे ही थे की टॉम कुर्रन ने उन्हें अपना शिकार बनाया। बिलिंग्स के आउट होने के बाद जडेजा और ड्वेन ब्रावो ने टीम को जीत तक पहुंचा दिया। ऐसा लग था मानो आज चेन्नई के पहले मैच का रिकैप चल रहा हो, जहां टीम हारते हारते जीत गई। इस जीत के साथ ही चेन्नई दो साल बाद अपने होम ग्राउंड में जीत हासिल करने में असफल रही।
गौरतलब है कि इससे पहले खेल की शुरुआत में केकेआर ने धीमी शुरुआत के बावजूद आंद्रे रसेल की शानदार 35 गेंदों में 88 रन की पारी के बदौलत चेन्नई को जीत के लिए 203 रनों का विशाल लक्ष्य दिया था।