इंडियन प्रीमियर लीग के 11वें सीजन का खिताबी मुकाबला अब से कुछ ही देर में मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाना है। इस फाइनल मुकाबले में आमने सामने होंगी चेन्नई सुपर किंग्स टीम और सनराइजर्स हैदराबाद टीम। हालांकि इस सीजन में तो शुरुआत से ही ये दोनों टीमें अंकतालिका में टॉप पर रही है लेकिन इसके बावजूद हमेशा की तरह दो टीमों से किसी एक टीम का पलड़ा दूसरे टीम पर भारी पड़ता है। आइए जानें इस फाइनल मुाकबले में किस टीम का पलड़ा है भारी…
आईपीएल 11 में चेन्नई-हैदराबाद के नतीजों पर एक नजर
मौजूदा सीजन में दोनों टीमों के बीच खेले गए तीनों मैचों में बाजी चेन्नई के हाथ लगी है। सीएसके ने लीग मैचों में खेले दोनों मैचों में सनराइजर्स को मात दी। इसके बाद पहले क्वालीफायर मुकाबले में हैदराबाद को मात देकर चेन्नई ने जीत की हैट्रिक पूरी की और फाइनल में प्रवेश किया। लीग चरण में 22 अप्रैल को हैदराबाद में खेले गए मुकाबले में चेन्नई ने सनराइजर्स को 4 रन से मात दी थी। 13 मई को पुणे में खेले गए दूसरे लीग चरण के मुकाबले में चेन्नई ने 8 विकेट से जीत दर्ज की थी। तो वहीं 22 मई को कोलकाता के इडेन गार्डन्स में खेले गए क्वालीफायर मुकाबले में दोनों के बीच भिड़ंत हुई जिसमें हैदराबाद ने 20 ओवर में 139/7 रन बनाए। इस लक्ष्य को संघर्ष करते हुए चेन्नई ने फॉफ डुप्लेसी की 67 रन का नाबाद पारी की बदौलत 19.1 ओवर में हासिल कर लिया और 2 विकेट से जीत दर्ज कर फाइनल में प्रवेश किया। इस आंकड़ों को देखते हुए तो चेन्नई का पलड़ा ज्यादा बारी दिखाई पड़ रहा है।
चेन्नई के पलड़ा हर मामले में हैं भारी
दोनों टीमों के बीच अबतक कुल 9 मुकाबले हुए हैं जिसमें से चेन्नई सुपर किंग्स ने 7 में जबकि सनराइजर्स ने 2 मैचों में जीत हासिल की है।वहीं बात करे वानखेड़े स्टेडियम में दोनों टीमों के प्रदर्शन की तो चेन्नई का इस मैदान पर प्रदर्शन हैदराबाद के मुकाबले बेहतर रहा है। यहां खेले 6 मैचों में सनराइजर्स को केवल एक जीत मिली है। वहीं चेन्नई को 12 मैचों में 6 बार जीत हासिल हुई है। मौजूदा सीजन में दोनों टीमों ने मुंबई इंडियन्स के खिलाफ यहां खेले गए मैचों में जीत हासिल की थी। चेन्नई ने आईपीएल 11 के उद्घाटन मुकाबले में मुंबई को 1 रन से मात दी थी वहीं हैदराबाद ने मेजबान टीम को महज 87 रन पर ढेर कर 118 रन से पटखनी दी थी। वहीं इसी मैदान पर खेल गए पहले क्वालीफायर में चेन्नई ने हैदराबाद को 2 विकेट से मात दी।
चेन्नई को फाइनल खेलने का है अनुभव
फाइनल मुकाबले में खेलने का अनुभव चेन्नई की टीम को सबसे ज्यादा है। चेन्नई की टीम हर बार प्लेऑफ में पहुंची है साथ ही उसने रिकॉर्ड सातवीं बार फाइनल में जगह पक्की की है। जिसमें साल 2010, 2011 में खिताबी जीत हासिल की। पिछले सात साल से सीएसके खिताब नहीं जीत सकी है। इस बीच दो साल के लिए उसे लीग से बाहर रहना पड़ा। वहीं हैदराबाद 6 में से 4 बार प्लेऑफ में पहुंची है और दूसरी बार फाइनल में पहुंची है। साल 2016 में उसने डेविड वॉर्नर की कप्तानी में खिताब पर कब्जा किया था।