हिन्दुस्तान के लोगो की रगों में रक्त के बाद अगर कुछ दौड़ता है तो वो है क्रिकेट का जूनून. इस देश के लोग क्रिकेट को सिर्फ एक खेल ही नहीं बल्कि एक धर्म मानते है. जिसके चलते इसे खेलने वाले सर्वोच्च खिलाड़ी को अपना भगवान तथा इसके विपरीत खराब खेलने वाले को अपना दुश्मन. इस बात से ये साबित होता है की जहां सबसे ज्यादा प्यार होता है वही सबसे ज्यादा नफरत भी जन्म लेती है. ऐसे में भारतीय क्रिकेट पुरुष टीम के साथ-साथ महिला क्रिकेट टीम के भी चाहने वालों की कमी नहीं है.

अब जिस तरह अकेले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने भारतीय क्रिकेट को बदल कर रख दिया. ठीक उसी तरह भारतीय महिला क्रिकेट के आधुनिकता को ओर बढ़ने पर स्मृति मंधाना का नाम लिया जाता है. मुंबई में जन्मी स्मृति मंधाना आज 18 जुलाई 2018 को 22 साल की हो गई है. इतनी कम उम्र में उनके फेन्स की कमी नहीं है. कोई उन्हें लेडी तेंदुलकर के नाम से पहचानता है तो कुछ लोग विस्फोटक पारियों के लिए उन्हें लेडी वीरेंद्र सहवाग कहने से भी नहीं चूकते.
सादगी भरा है स्मृति का जीवन

स्मृति मंधाना वनडे और टी-20 में सलामी बल्लेबाज के तौर पर खेलती हैं. साल 2013 में बांग्लादेश के खिलाफ टी-20 मैच से अपने करियर की शुरुआत करने वाली स्मृति दुनिया की सबसे क्यूट क्रिकेटर्स में से एक हैं. 22 साल की स्मृति की एक मुस्कान के भारत में लाखों फैन्स हैं. हालांकि इसके इसके बावजूद भी स्मृति का जीवन बेहद सादगी भरा है. कई बार उनसे इस बारे में सवाल भी किया गया, लेकिन वो इन सवालों का जवाब देना पसंद नहीं करती.
छोटे से करियर में लगाए तीन शतक
मंधाना वनडे करियर में अबतक तीन शतक लगा चुकी हैं. पिछले साल 50 ओवरों के विश्व कप में मंधाना ने वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक लगाया तो वो पहली बार सुर्खियों में आई. हालांकि वो इससे पहले भी एक शतक लगा चुकी थी. भारत फाइनल तक पहुंचा. फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड से हारकर भारतीय महिला टीम बाहर हो गई. छोटे से करियर में मंधाना ने वनडे में तीन शतक के साथ-साथ 11 अर्धशतक भी बनाए हैं. इसके अलावा टी-20 में उनके नाम पाच अर्धशतक और टेस्ट में एक अर्धशतक है.