साल 2016-17 में टीम इंडिया के कोच बने पूर्व स्पिन गेंदबाज अनिल कुंबले और कप्तान विराट कोहली के बीच टशन की खबरे आयी थी. जिसके बाद फिर 2 साल के लिए टीम इंडिया के कोच बने कुंबले को एक साल पूरा होते ही पद से हटा दिया गया था. जिसके बाद सचिन तेंदुलकर, सोरव गांगुली और वीवीएसल लक्ष्मण की सीओए कमेटी ने दोबारा नए सिरे से कोच के आवेदन मांगे. जिसमे कोहली के इशारों पर नया कोच पूर्व खिलाड़ी रवि शास्त्री को चुना गया.
ऐसे में विवादों के पीछे बताया गया था की अनिल कुंबले का बीसीसीआई के साथ करार केवल एक साल का ही हुआ है, लेकिन उनकी कोचिंग में टीम के अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें एक साल का और एक्सटेंशन मिलना तय माना जा रहा था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. कुंबले को एक साल बाद हैड कोच के पद से हटाए जाने को लेकर अब बीसीसीआई के सीओए का एक बयान आया है.
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टाइम्स ऑफ इंडिया अखबार से बातचीत के दौरान सीओए विनोद राय ने कहा, ” कुंबले के करार में एक्सटेंशन का कोई क्लॉज था ही नहीं. जिसके कारण उन्हें एक्सटेंशन नहीं दिया गया. हम नियमों से बंधे हुए थे. बोर्ड के पास कोच के पद के लिए नए आवेदन मंगाने के अलावा कोई और चारा ही नहीं था.
सीओए ने कहा, “ टीम के लिए कोच को चुनने की पूरी जिम्मेदारी सीएसी की है, जिसमें सचिन, गांगुली और लक्ष्मण शामिल हैं. जो भी आवेदन कोच के पद के लिए आते हैं उन्हें सीधे सीएसी के पास भेज दिया जाता है. हमने साफ कहा हुआ है कि जो भी सीएसी की एडवाइज होगी हम उसे ही मानेंगे. कई राउंड इंटरव्यू के होने के बाद सीएसी ने ही रवि शास्त्री के नाम पर मोहर लगाई. जिसके बाद से वो टीम इंडिया के हेड कोच बने हुए है और इन दिनों इंग्लैण्ड दौरे पर टीम के साथ है.